18 हजार घरों पर लगेगा सोलर पैनल!
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!
बेतिया(पश्चिमी चंपारण) प्रधानमंत्री नरेद्र मोदी की महत्वाकांक्षी योजना सूर्यघर योजना को धरातल पर उतारने में डाक विभाग पूरी तत्परता से जुट गया है। इस योजना का लाभ लोगों तक पहुंचाने के लिए डाककर्मी घर-घर जाएंगे। उनके बिजली का कागज व छत का सर्वेक्षण करेंगे।
इसके बाद जितने किलोवाट का सोलर पॅनल लगाना होगा, उसके लिए उनकी प्रक्रिया आनलाइन शुरू हो जएगी। प. चंपारण जिले में 18 हजार घरों पर प्रधानमंत्री के सूर्य घर योजना का लाभ देने का लक्ष्य रखा गया है। इस योजना के बारे में जानकारी देते हुए डाक अधीक्षक बेतिया उषा कुमारी व सहायक डाक अधीक्षक (मुख्यालय) नटवर लाल ने बताया कि सूर्य से प्राप्त ऊर्जा से घर में बिजली के पारंपरिक श्रोत के अलावे अपनी जरूरत का बिजली उत्पादन करने की पूरी योजना भारत सरकार द्वारा बनाई गई है।
उसमें एक किलोवाट से लेकर जितनी क्षमता तक आवश्यकता हो उतने किलोवाट का यूनिट लगाया जा सकता है। सरकार अपनी इस योजना में एक किलो वाट क्षमता पर 30 हज़ार रुपये की सब्सिडी देगी। वही तीन किलोवाट पर 78 हजार रुपय तथा उससे आगे की क्षमता पर 15 हज़ार रूपये के गुणांक पर सब्सिडी देने की योजना है। उन्होंने यह भी बताया कि एक किलोवाट पर 100 वर्ग फीट की जगह छत पर चाहिये, जिसमें किलोवाट के बढ़ते क्रम में थोड़ी थोड़ी जगह भी बढेगी। उन्होंने बताया कि दो किलोवाट तक की क्षमता पर 200 यूनिट बिजली लाभार्थी को दिया जाएगा। वही तीन किलोवाट में 300 यूनिट विजली फ्री देने की योजना है।
वही उससे ज्यादा उत्पादन होने पर ग्रिड उस बिजली का इस्तेमाल करेगा। 50 हजार से लेकर एक लाख चालीस हजार रुपये का खर्च एक से तीन किलोवाट के यूनिट में आयेगा। उसमें से 30 हजार से लेकर 78 हज़ार तक सब्सिडी देने की योजना सरकार की है। डाक विभाग के डाकिया घर जाएंगे और इच्छुक लोगों से एक एप के माध्यम से उनका मोबाइल नम्बर, उपभोक्ता संख्या, बिजली के मीटर का नंबर लेकर उनका निबंधन करेंगे। उसके बाद विभाग के लोग आएंगे और यूनिट की स्थापना सहित कार्यों को अंजाम देंगे। बिजली विभाग अगले 25 वर्षों तक मुफ्त सोलर सिस्टम की देख रेख करेगा। उससे उपभोक्ता बिजली की बढ़ती कीमतों और लेड शेडिंग की समस्या से बचते हुए निर्बाध बिजली का इस्तमाल कर सकेंगे। निबंधन के लिए नजदीकी डाकघर या अपने डाकिया से संपर्क किया जा सकता है।