ग्रामीणों द्वारा सीमा स्तंभ को ध्वस्त करने को लेकर वन प्रमंडल, बेतिया ने ग्रामीणों पर की प्राथमिकी दर्ज।

ग्रामीणों द्वारा सीमा स्तंभ को ध्वस्त करने को लेकर वन प्रमंडल, बेतिया ने ग्रामीणों पर की प्राथमिकी दर्ज।

Bettiah Bihar West Champaran

उदयपुर जंगल से सटे खेत में आने जाने के लिए ग्रामीणों द्वारा रास्ता बनाने को लेकर, वन विभाग पदाधिकारी से की गई मांग।

बेतिया से वकीलुर रहमान खान की‌ ब्यूरो रिपोर्ट।

बेतिया( पच्छिम चम्पारण)* मनुआपुल थाना क्षेत्र अंतर्गत के पोस्ट गुरवलिया स्थित उदयपुर जंगल के सटे स्थानीय ग्रामीणों का खेत है जहाँ ग्रामीणों को खेत में आने जाने के लिए रास्ता बनाने को लेकर वन विभाग द्वारा 10-15 व्यक्तियों पर प्राथमिकी दर्ज की गई है। जिसमें मुख्य अभियुक्त तुनिया विशुनपुर पंचायत के मुखियापति संतोष चौधरी नामजद है।

इस मामले को लेकर सैकड़ो की संख्या में ग्रामीणों ने वन प्रमंडल पदाधिकारी, बेतिया के कार्यालय में पहुँच गए। जहां स्थानीय प्रशासन ने स्थिति को संभाला। बता दे कि पहले जंगल का घेराव हो रहा था उस वक्त वन प्रमंडल पदाधिकारी बेतिया हेमाकांत राय के समय भी रास्ता को लेकर ग्रामीणों ने मांग की थी, जहां डीएफओ हेमाकांत राय ने उक्त मांग को देखते हुए ग्रामीणों द्वारा समझौते के आधार पर रास्ता को आने-जाने की अनुमति दी थी, वही वन विभाग द्वारा वन घेराव का कार्य कुछ दिनों तक बाधित किया गया। वर्तमान डीएफओ बेतिया आतीश कुमार द्वारा वन विभाग के निर्देशानुसार उक्त वन का घेराव कार्य प्रारंभ किया गया।

इसको लेकर पुनः ग्रामीणों ने वर्तमान डीएफओ से पूर्व में दिए गए आवेदन के आधार पर रास्ता देने की मांग की जहां डीएफओ बेतिया ने पूर्व के दिए गए आवेदन का अवलोकन करते हुए ग्रामीणों की मांग पर रास्ता का विचार बनाया, वहीं ग्रामीणों ने डीएफओ के आदेश का अनुपालन करते हुए रास्ता बनाने को लेकर पेड़ कटाई सहित वन विभाग के नाका, व सीमा स्तंभ को भी ध्वस्त करते हुए रास्ता निर्माण का कार्य प्रारंभ किया जिसकी सूचना वन कर्मियों द्वारा डीएफओ, बेतिया पदाधिकारी को प्राप्त हुई।

सूचना के निर्देश पर डीएफओ, पदाधिकारी आतीश कुमार ने घटना संबंधित जानकारी प्राप्त करते हुए, जांचोपरांत उन्होंने पाया कि वन विभाग की सीमा ध्वस्त की गई है जिसको लेकर सीमा ध्वस्त में संलिप्त ग्रामीणों पर प्राथमिक दर्ज की है, बता दे की वन प्रमंडल पदाधिकारी बेतिया आतीश कुमार ने बताया कि उदयपुर जंगल के गेट नंबर 2 से गेट नंबर 3 तक करीब 500 मीटर की दूरी वाले रास्ते में आम जनता को देखते हुए आने जाने का रास्ता दिया गया था, परंतु उक्त रास्ते में ग्रामीणों ने स्थानीय मुखिया के साथ जेसीबी लेकर पेड़ कटाई सहित वहां के वन विभाग का नाका तोड़ते हुए सीमा स्तंभ को भी ध्वस्त किया एवं वन कर्मियों को डराया एवं धमकाया,

जिसको लेकर वन कर्मियों ने इसकी सूचना वर्तमान डीएफओ बेतिया आतीश कुमार को देते हुए प्राथमिक दर्ज करने की बात कही। जहां वन पदाधिकारी द्वारा संलिप्त 10 से11 ग्रामीणों पर प्राथमिक दर्ज की है। पदाधिकारी आतीश क्युमर ने बताया कि कुछ लोगों के निजी स्वार्थ तथा बहकावे में आकर जंगल के जमीन को नुकसान कर कब्जा करने की कोशिश कर रहे है। जंगल के जमीन को किसी भी प्रकार से अपराधिक प्रवृत्ति को अतिक्रमण नहीं करने दिया जाएगा, उनके ऊपर विधि संवत कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इस मामले को जांचपरान्त समाधान की आवश्यकता है ताकि शहर के साथ गाँव भी विकसित हो राज्य तथा देश विकसित हो।

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