बेतिया के शिकारपुर थाना क्षेत्र में इम्तियाज की मौत से मलदहिया गांव सदमे में, फिरौती के मांग के बाद भी नहीं बची जान
रामनगर/ नरकटियागंज से रमेश ठाकुर के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
रामनगर/ नरकटियागंज/बेतिया(पच्छिम चम्पारण)
नरकटियागंज अनुमंडल क्षेत्र के शिकारपुर थाना अंतर्गत मलदहिया गांव से 12 अप्रैल को अपहृत 15 वर्षीय किशोर इम्तियाज अली की हत्या कर दी गई। उसका शव सोमवार की सुबह रामनगर थाना क्षेत्र के तौलाहा सरेह स्थित रेलवे लाइन के समीप झाड़ियों में बरामद किया गया। शव मिलने के बाद पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है और गांव में कोहराम मच गया है। परिजनों का रो-रोकर बुरा हाल है।
जानकारी के अनुसार, इम्तियाज अली 12 अप्रैल की शाम से लापता था। उसी दिन परिजनों को अज्ञात लोगों द्वारा फोन कर 10 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी। परिजनों ने तुरंत शिकारपुर थाना में अपहरण और फिरौती के आरोप में अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई थी। पुलिस मामले की छानबीन कर ही रही थी कि सोमवार की सुबह ग्रामीणों ने रेलवे ट्रैक के किनारे झाड़ियों में एक शव देखा। सूचना मिलते ही रामनगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंची और शव की पहचान कराई गई। शव की पहचान इम्तियाज अली के रूप में हुई।
शव की स्थिति और घटनास्थल को देखकर प्रथम दृष्टया ऐसा प्रतीत होता है कि हत्या के बाद शव को यहां फेंका गया है। पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और मामले की गंभीरता से जांच शुरू कर दी है। घटनास्थल पर एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह स्वयं पहुंचे और घटनाक्रम की जानकारी ली।
एसडीपीओ जयप्रकाश सिंह ने बताया कि यह एक गंभीर अपराध है और पुलिस इस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है। उन्होंने कहा कि अपराधियों की पहचान कर ली गई है और उन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। उन्होंने आमजन से अपील की है कि किसी भी तरह की अफवाह न फैलाएं और पुलिस की जांच में सहयोग करें।
इम्तियाज अली गांव के एक स्थानीय स्कूल में कक्षा 9वीं का छात्र था। उसकी असामयिक और दर्दनाक मौत से न केवल परिवार बल्कि पूरा गांव शोकाकुल है। स्कूल में भी शोक की लहर दौड़ गई है, जहां उसके शिक्षक और सहपाठी उसकी याद में गमगीन हैं।
क्या सचमुच यह घटना फिरौती के लिए है या फिर इसके पीछे कोई और कारण है,ये बात पुलिस अनुसंधान के बाद पता चल जाएगा।