अग्निशमन सेवा सप्ताह दिवस पर मॉक ड्रिल आयोजन।
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बेतिया(पच्छिम चम्पारण)
हर साल 14 अप्रैल, 1944 में मुंबई के विक्टोरिया बन्दरगाह में भीषण आग लगी आग बुझाने के दौरान 66 अग्निशामक कर्मी शहीद हो गए उसी को श्रद्धांजलि देते हुए अग्निशमन सेवा सप्ताह दिवस के रूप में मनाया जाता है। उक्त बातें अजय कुमार साह,अनुमंडल अग्निशामालय पदाधिकारी ने पुलिस लाइन मे अग्निशमन सेवा सप्ताह दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम व मौक ड्रिल पर उपस्थित कर्मियों को संबोधित करते हुए कही। आगे श्री शाह ने कहा कि अग्निशमन सेवाओं के महत्व और अग्नि सुरक्षा के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए विभिन्न कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं.
अग्निशमन सेवा सप्ताह के मुख्य उद्देश्य:
अग्निशमन कर्मियों के साहस और बलिदान को याद करना.
अग्नि सुरक्षा के बारे में लोगों को जागरूक करना.
आग लगने के कारणों और रोकथाम के उपायों के बारे में जानकारी प्रदान करना.
अग्नि सुरक्षा उपकरणों के उपयोग के बारे में प्रशिक्षण देना. आगे श्री शाह ने कहा कि
अग्निशमन सेवा को मजबूत बनाने के लिए विभिन्न पहल करना.
वही गणेश शंकर विद्यार्थी, अग्निशमन है पदाधिकारी ने सबोधन मे कहा कि अग्निशमन विभाग द्वारा विभिन्न कारखानों, शैक्षणिक संस्थाओं, आदि में आग से बचाव संबंधी प्रशिक्षण दिया जाता है.
अग्नि सुरक्षा पर सेमिनार और कार्यशालाएं आयोजित की जाती हैं.
अग्निशमन कर्मियों के सम्मान में समारोह आयोजित किए जाते हैं.
अग्निशमन सेवाओं के प्रचार सामग्री का उपयोग किया जाता है.
आगे श्री विद्यार्थी ने कहा कि।
अग्निशमन सेवा सप्ताह का महत्व:
अग्निशमन सेवा सप्ताह आग से बचाव के लिए जागरूकता पैदा करने और अग्निशमन सेवाओं के महत्व को समझने का एक महत्वपूर्ण अवसर है. यह अग्निशमन कर्मियों के समर्पण और साहस को भी याद दिलाता है। इस मौके पर गणेश शंकर विद्यार्थी अग्निशामलय पदाधिकारी समेत सभी कर्मचारी मौजूद रहे ।