भक्तिमय माहौल में जय माता की गगनभेदी नारे से गुजयीमान रहा जमुनिया।

भक्तिमय माहौल में जय माता की गगनभेदी नारे से गुजयीमान रहा जमुनिया।

Bettiah Bihar West Champaran लौरिया

भक्तिमय माहौल में जय माता की गगनभेदी नारे से गुजयीमान रहा जमुनिया।

महायज्ञ का निकला शोभा यात्रा सह कलशयात्रा।

आज से शुरू होगा शतचंडी महायज्ञ,महायज्ञ में कलश यात्रा गांजे बाजें के साथ निकला।

हाथी उंट व बैंड बाजा भी था शामिल।

सिकरहना नदी से हुआ जलबोझी।

1101 कन्याओं ने जालबोझी कर बागेश्वरी माता के प्रांगण पहुंची।

राम और ठाकुरजी का कथा सुनाकर सनातन धर्म से जोड़ना ही शतचंडी महायज्ञ है। आचार्य सत्यदेव जी महाराज।

मुख्य यज्ञ के आचार्य सत्यदेव जी महाराज ने कहा की संत चंडी महायज्ञ के आयोजन से क्षेत्र में समृद्धि तथा नकारात्मक ऊर्जाओं का ह्रास होता है। लोगों में सद्भावना रहती है।

लौरिया से राजा मिश्रा के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की‌ ब्यूरो रिपोर्ट।
लौरिया(पच्छिम चम्पारण)
प्रखंड के बहुवरवा पंचायत के जमुनिया शायरी माता स्थान में आज धर्म की जय हो और अधर्म का नाश हो का नारा लगाती हुई करीब 1101 कन्याओं सिकरहना नदी पहुंची।
पूरे गाजे बाजे और भक्तों की भीड़ जलबोझी में शामिल रही। इसके बाद सभी कुआंरी लड़कियां सिकरहना नदी में आचार्य सत्यदेव जी महाराज के मंत्रोच्चारण के बाद जल भरी।हुआ। वहीं भक्तों ने हरे राम हरे कृष्ण का नारा लगाते हुए एक दूसरे का भक्तिमय माहौल बनाने का नारा लगाते रहे। इसके बाद सभी लड़कियां जलभरकर कलश सर पर रखकर जमुनिया शायरी माता के प्रांगण में शतचंडी महायज्ञ प्रारंभ करवाने के लिए पहुंची।
जहां विधि विधान से कलश को स्थापित किया गया. इस दौरान जय श्रीराम के जयकारे से पूरा क्षेत्र भक्तिमय हो गया।
महायज्ञ समिति के अध्यक्ष रत्नेश दुबे और पूर्व मुखिया संजय मिश्रा ने बताया कि आज से 9 मई तक महायज्ञ का आयोजन होगा।
इसमें देवी-देवताओं की प्रतिमा, बड़े-बड़े झूला व खेल-तमाशा के साथ अयोध्या की रामलीला व कथावाचक देव कृष्ण शास्त्री का प्रवचन आकर्षण का केंद्र होगा।जिसमें ठाकुर जी अर्थात विष्णु भगवान और राम का कथा श्रोताओं को मंत्रमुग्ध भाव से सुनाया जाएगा। सनातन धर्म विश्व का सबसे पुराना धर्म है। हिंदुओं को सनातन धर्म से जोड़ना है और उन्हें यह बताना है कि वे अपने धर्म को जकड़कर रखें।
वहीं यज्ञ आचार्य रविराज शुक्ला अमित दुबे एवं वेद प्रकाश चौबे ने संयुक्त रूप से बताया कि सनातन धर्म मनुष्य को धार्मिक प्रवृत्ति का बनाता और उसे हिंसा से बचने तथा अहिंसा का रास्ता अपनाने का कार्य करता। ईश्वर की आराधना करने से ही मनुष्य मोक्ष प्राप्त करता है।
मौके पर यजमान अजीत त्रिपाठी पप्पू पाठक वीरेंद्र शर्मा इत्यादि सपत्नीक थे। वहीं कार्यकर्ता में राधेश्याम मिश्रा डी के तिवारी दीपू तिवारी विपिन पाठक विशाल मिश्रा सहित जमुनिया गांव के सैकड़ों लोग उपस्थित रहे।

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