सरेयामन झील में मछुआरों ने मछली मारने के हक को लेकर किया आंदोलन।
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बैरिया(पच्छिम चम्पारण)
बैरिया प्रखंड क्षेत्र के सरेयामन झील में कई पुश्तों से मछली पकड़ कर परिवार को जीवन यापन करने वाले लोगों को मछली मारने से रोकना न्याय संगत नहीं है। वन विभाग के अधिकारी मछुआरों के दमन का कार्य कर रहे हैं। मछुआरों का नाव,जाल,बाईक को जप्त कर झूठे मुकदमों में फंसाया जा रहा है। इसके विरोध में अब वह चरणबद्ध आंदोलन किया जाएगा।उक्त बातें, बैरिया प्रखंड के बलुआ रामपुरवा के ढरहरवा गांव में आयोजन बैठक में भाकपा माले नेता,सुनील कुमार राव ने कहीं।मुखिया महासंघ के बैरिया प्रखंड केअध्यक्ष,नवीन कुमार ने संवाददाता को बताया कि वर्तमान डीएफओ अपने कर्तव्य का पालन नहीं कर रहे हैं,उदयपुर वन क्षेत्र में कीमती लड़कियों की कटाई हो रही है,इसकी सूचना बाहर नहीं जाए,इसलिए सरियामान केआसपास बसे गांव के मछुआरों को प्रताड़ित किया जा रहा है।स्थानीय नेता,सुरेंद्र चौधरी ने संवाददाता को बताया कि अधिकारियों ने अत्याचार की सीमा को पार कर दिया है। मछुआरे रोजी रोजगार बचाओ संघर्ष समिति के संयोजक,बाली चौधरी ने कहा कि वन अधिकारी अंग्रेजों जैसा व्यवहार कर रहे हैं,इसको लेकर 25 अगस्त को स्थानीय सांसद व विधायक के साथ-साथ वन अधिकारियों का पुतला दहन करने का कार्यक्रम तय किया गया है।