केएचपीटी के सहयोग से बैठक का किया गया आयोजन!
न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान,
मझौलिया पश्चिमी चंपारण) अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र सरिसवा में शुक्रवार को कर्नाटका हेल्थ प्रमोशन ट्रस्ट (केएचपीटी) के सहयोग से टीबी केयर एंड सपोर्ट ग्रुप की बैठक आयोजित की गई। अध्यक्षता प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डॉ. लुकमान ने की।बैठक में 12 इलाजरत मरीज,1टीबी चैंपियन 6उनकी देखभाल करने वाले उपस्थित हुए।इस दौरान डॉ लुकमान ने कहा कि जागरूकता के माध्यम से ही टीबी को हमलोग खत्म करेंगे। इससे टीबी के मरीजों को काफी फायदा हो रहा है।
खासकर इलाजरत मरीजों को होने वाली परेशानियों का समाधान किया जा रहा है। इस तरह के कार्यक्रम से टीबी बीमारी के इलाज को लेकर संकोच करने वाले लोग भी सामने आएंगे। समाज के लोगों में टीबी के प्रति छुआछूत कम होगा। टीबी को समाप्त करने के लिए सामाजिक चेतना बहुत ही जरूरी है।डॉ लुक़मान ने कहा कि टीबी मरीजों को टीबी की दवा लगातार छह माह तक खानी चाहिए बीच मे दवा छोड़ना खतरनाक हो सकता है।दवा सेवन ल दौरान टीबी मरीजों को पौष्टिक भोजन लेना चाहिए।वही चिकित्सा पदाधिकारी डॉ सुमित कुमार ने कहा कि अगर किसी व्यक्ति को लगातार दो हफ्ते या उससे ज्यादा समय तक खांसी, बलगम के साथ खून का आना, शाम को बुखार आना या वजन कम होना की शिकायत हो तो उसे तुरंत नजदीक के सरकारी अस्पताल में ले जाकर जांच कराने की सलाह दें।
ये टीबी के लक्षण हैं।लैब मोहम्मद जाहिद ने कहा कि सरकारी अस्पताल में टीबी की जांच और इलाज पूरी तरह मुफ्त है।टीबी के वर्तमान मरीजों को इलाज के दौरान होने वाली परेशानियों और मरीजों को निश्चय पोषण योजना की राशि मिलने में होने वाली कठिनाइयों का समाधान डॉ लुक़मान के द्वारा किया गया।इस दौरान टीबी चैंपियन राजा बाबू ने अपने अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि टीबी कोई कलंक नही है लगातार छह माह के दवा सेवन के साथ पौष्टिक भोजन लेने से यह बीमारी ठीक हो जाती है।वही केएचपीटी के सामुदायिक समन्यवक डॉ घनश्याम ने टीबी मरीजों को दवा खाने के महत्व को कहानी के माध्यम से समझाया गया।मौके पर फार्मासिस्ट मोहम्मद जिकरुल्लाह,डीइओ निर्भय कुमार उपाध्याय, रोहित कुमार आदि उपस्थित रहें।