विस्थापित गरीबों के पुनर्वास की व्यवस्था करे और टूटे हुए मकानों का मुआवजा दे सरकार -माले
सुगौली/पूर्वी चंपारण: 2018 के हाई कोर्ट के आदेश पर 7सितंबर 2022 को सुगौली प्रखंड के पंजियारवा में 40 परिवारों के छतदार,खापड़ फूस और एस्बेस्टस के मकानों को6 बुलडोजर से जिला प्रशासन द्वारा तोड़ दिया गया।
अभी बरसात के मौसम में सभी आश्रय विहीन होकर दर दर की ठाकर खा रहे हैं।जबकि वे लोग जिस जमीन पर 70 -80वर्षों से बसे हुए हैं वह मालिक गैर मजरूआ है।कायदे से उसकी बंदोबस्ती सरकार द्वारा पहले ही कर देनी चाहिए थी।
उक्त बातें भाकपा -माले नेताओं ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए कही है।
विदित हो कि आज 10सितंबर को पार्टी की एक जिला स्तरीय जांच दल ने प्रभावित गांव का दौरा किया है और पीड़ित विस्थापित परिवारों से मिलकर सांत्वना दिया है और इस बर्बर अन्याय के खिलाफ संघर्ष करने का एलान किया है।जांच टीम में भाकपा -माले के राज्य कमिटी सदस्य विष्णुदेव प्रसाद यादव,अशोक कुशवाहा,सैफ अली,भोला साह और भोला राम शामिल थे।
नेताओंने आगे कहा है कि यदि प्रशासन द्वारा सही तथ्य न्याय के समक्ष पेश किया गया रहता तो गरीबों के खिलाफ यह आदेश ही नही पारित होता।अब जब बिहार में महागठबंधन की सरकार बन गई है लेकिन शासन चलाने का भाजपाई बुलडोजर मॉडल अभी भी कायम है।इसे बदलने की जरूरत है।हमारी पार्टी गरीबों के वास आवास के लिए जोरदार संघर्ष करेगी।
-विष्णुदेव प्रसाद यादव
राज्य कमिटी सदस्य,भाकपा माले।