ब्यूरो रिपोर्ट, पश्चिमि चम्पारण: सरकार के द्वारा लॉक डाउन की घोषणा होते ही बाजारों में सामानों की कालाबाजारी शुरू हो गई है, सामानों के दाम अनियंत्रित हो रहे हैं ,खासकर सब्जियां, दाल, तेल,चावल ,आटा, प्याज खाने का अन्य वस्तु बाजारों में बढ़े हुए दर पर मिल रही हैं।
व्यवसाई समाज के द्वारा खाद्य सामग्री नहीं आने का बहाना बनाकर सामानों को ऊंची कीमत पर बेची जा रही है, जिला प्रशासन एव पुलिस इस पर तनिक भी ध्यान नहीं दे रही है, जिसके चलते मुनाफाखोरी व कालाबाजारी का बाजार गर्म हो रहा है।
आगे सुरैया साहब ने कहाँ ग्राहक सभी ओर से ठगे जा रहे हैं, जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को चाहिए कि मुनाफाखोरी एवं कालबाजारी करने वाले व्यवसायियों पर पैनी नजर रखी जाये, ऐसे संकट की घड़ी में सरकार छापामारी कर व्यसायियो पर कड़ी कार्यवाई की जाये और इन जरूरत मंद वस्तुओ पर सरकार पैनी नजर बनाये रखे।
उपभोक्ताओं को सही कीमत पर सामान की उपलब्धता आसानी से हो सके, अगर प्रशासन इस पर ध्यान नहीं देती है तो उपभोक्ता परेशान होकर रह जाएंगे और व्यवसाई वर्ग के लोग मालामाल हो जाएंगे आवश्यक वस्तुओं की दुकानों के खुलने और बंद रखने की समय सीमा निर्धारित की जाए ताकि निर्धारित समय सीमा के अंदर उपभोक्ता अपने सामानों को खरीद कर अपने घरों में रख लें, अन्यथा उपभोक्ताओं के जरिए कोई बड़ी घटना होने पर प्रशासन नियंत्रण नहीं कर पाएगा।
अंत में श्री मति साहब ने कहाँ सरकार के द्वारा घोषित राशन कार्ड होल्डरों को 1 महीने का मुफ्त राशन और ₹1000 देने की जो घोषणा की गई है ,उस पर सही तौर पर क्रियान्वयन नहीं हो रही है, जिससे उपभोक्ता राशन डीलरों के पास जाकर अनावश्यक विभिन्न प्रकार की रुकावट पैदा हो रही है।
जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को चाहिए कि इस पर तुरंत कार्रवाई करें और राशन कार्ड रखने वाले एवं राशन डीलरों के बीच समन्वय बनाने रखने की आवश्यकता को बताएं ताकि किसी प्रकार की अप्रिय घटना को रोका जा सके। जिला प्रशासन एवं पुलिस प्रशासन को चाहिए के सरकार के द्वारा लॉक डाउन प्रक्रिया को नियम संगत एवं कानूनी प्रावधानों के अंतर्गत पर लोगों पर कार्रवाई करें ताकि इस खतरनाक वायरस से सभी लोग बच सकें।
इस संबंध में, एक प्रेस वार्ता में, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार संघ( भारत) की जिला इकाई की अध्यक्ष, सुरैया सहाब ने आम जनता से अपील भी की है कि इस विषम परिस्थिति में सरकार के द्वारा जारी किए गए नियम और कानून के अंतर्गत रहकर अपने आप को ढाल ले ताकि इस वायरस से आसानी से बचा जा सके, अन्यथा लोगों को बड़ी परेशानियों का सामना करना पड़ेगा।
जिला प्रशासन से मांग की है कि दूध, सब्जी ,दवा, गैस, घरेलू उपयोग की वस्तुओं को खरीदने हेतु निश्चित समय सीमा की घोषणा की जाए ताकि इस समय सीमा के अंतर्गत उपभोक्ता अपने सामानों को खरीद कर अपने अपने घरों में रहने को विवश हो, इसी तरह हम लोग इस घातक बीमारी से बच सकते हैं।
जिला अध्यक्ष ,सुरैया सहाब ने अपने सभी जिला कार्यकारिणी सदस्यों, प्रखंड कार्यकारिणी के सदस्यों एवं मानव अधिकार कार्यकर्ताओं से अपील की है कि वह अपने- अपने स्तर से अपने अपने क्षेत्र के अंतर्गत लोगों को जागरूक करने के साथ -साथ प्रशासन के द्वारा लगाए गए नियमों व कानूनों को सख्ती से पालन कराएं तथा लोगों को इसके बारे में जानकारी दें, तभी हम लोग एक कर्मठ एवं सच्चे मानवाधिकार कार्यकर्ता के रूप में जाने जाएंगे और यही हमारी इस मुश्किल की घड़ी में जिम्मेवारी भी बनती है।