हड़ताली शिक्षकों के मौत का जिम्मेवार है राज्य सरकार: राहुल सिंह

हड़ताली शिक्षकों के मौत का जिम्मेवार है राज्य सरकार: राहुल सिंह

Bihar East Champaran

पूर्वी चंपारण/ बिहार राज्य शिक्षक न्याय मोर्चा जिलाध्यक्ष राहुल सिंह ने हड़ताल के 69वे दिन प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 17 फरवरी से अनिश्चिकालीन हड़ताल में शामिल सभी शिक्षक भाई-बहनों के चट्टानी एकता को क्रांतिकारी सलाम है।
उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि सरकार अपनी गलत नीति से बाज आये ।जब तक हमारी मांग पूरी नही होगी हड़ताल जारी रहेगी।
इतिहास गवाह जब भी गुरु का अपमान होता है प्रलय होता है
जिस राज्य में गुरु का अपमान होने लगे समझो वहाँ के राजा का पतन निश्चित है। सरकार से बिना वार्ता के शिक्षको की हड़ताल नही टूटेगी ।

प्रखंड अध्यक्ष मुकेश सिंह ने कहा कि हम कोरोना महामारी से उत्पन्न संकट की घड़ी में देश के साथ है सरकार जल्द से जल्द वार्ता कर हमारी सभी मांगों को पूरा करें और हड़ताल को समाप्त कराए। अन्यथा सभी शिक्षक पटना की धरती पर आमरण अनशन और जेल भरो आंदोलन करेंगे।

श्री सिंह ने कहा कि हड़ताल अवधि में 67 शिक्षकों की वेतन के अभाव में हुई मौत का जिम्मेवार राज्य सरकार है। वे राज्य के हड़ताली शिक्षको की मौत पर गहरा रोष जताएं है। इन्होंने कहा कि अपनी वेतनमान की लड़ाई में सर कटा सकते है लेकिन सर झुका नही सकते।जबतक सरकार पूर्ण वेतनमान सहित राज्य कर्मी का दर्जा,सेवा शर्त लागू नही करे तबतक हड़ताल जारी है और जारी रहेगी।शिक्षको की एकता से शिक्षा विभाग में हड़कंप है।

जिलाध्यक्ष श्री सिंह ने मुस्लिम भाइयों के रमजान के पावन अवसर पर भी वेतन नही देने पर रोष प्रकट किया और सरकार को चेताया कि जिस तरह आपने हमारे मुस्लिम भाइयों के रमजान महीने पर वेतन नही दिए है आने वाले समय मे इसका खामियाजा आपको भुगतना होगा,बिहार में कोरोना से कम लेकिन वेतन के अभाव में शिक्षको की मौत ज्यादा हुई है। इस संकट की घड़ी में न तो हमें राशन मिल रही है और न ही पैसा। अब शिक्षक भूखों मरने लगे है।

सरकारी महकमों में हड़ताल से डरकर बौखलाहट है जिससे वे तरह-तरह के पत्र निकाल कर शिक्षकों को डरा रही है अपनी अंतिम ब्रह्मास्त्र का भी प्रयोग कर रही है लेकिन इस गीदड़भभकी से शिक्षक डरने वाले नही है। शिक्षक न lockdown तोड़ेंगे,न जॉइन करेंगे,हड़ताल में रहेंगे जबतक की सरकार हमारी मांगों को पूरा नही करती।

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