नरकटियागंज प्रखंड में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अंतर्गत पूर्ण योजनाओं की करायी गयी स्थलीय जांच।
207 प्रशासनिक/तकनीकी पदाधिकारियों को जांच दल में किया गया शामिल।
जांच के दौरान पाई गई त्रुटि को सुधारने का दिया जाएगा एक अवसर।
अनियमितता बरतने वाले व्यक्तियों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्रवाई।
बेतिया ब्यूरो रिपोर्ट, जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, कुंदन के निदेश के आलोक में आज दिनांक-06.01.2021 को नरकटियागंज प्रखंड में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना की सभी पूर्ण योजनाओं की गहन जांच जिलास्तर पर गठित जांच दल द्वारा कराया गया है। जांच दल में वरीय पदाधिकारियों सहित तकनीकी पदाधिकारियों को लगाया गया ताकि पूर्ण योजनाओं की जांच गहनता से की जा सके।
नरकटियागंज प्रखंड अंतर्गत जिन पंचायतों में पेयजल निश्चय योजना अंतर्गत सभी पूर्ण योजनाओं की स्थलीय जांच की गयी है, उनमें मनवा परसी, केहुनिया रोआरी, चमुआ, बिनवलिया, हरदी टेढा, मलदहिया पोखरिया, शेरहवा, डुमरिया, सुगौली इत्यादि पंचायतों के नाम शामिल हैं।
जांच दल द्वारा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत योजना की गुणवत्ता, योजना का प्राक्कलन, योजना से संबंधित मापीपुस्त, अभिश्रव की स्थिति, योजना का साईन बोर्ड, अभिलेख, बोरिंग की गहराई, स्टेजिंग की उंचाई एवं गुणवता, एमडीईपी पाईप की गहराई एवं गुणवता, एचडीईपी पाईप की गहराई एवं गुणवता, नल की गुणवता, नलपोस्ट, फेरल, गेटवाल, बिजली कनेक्शन आदि की सूक्ष्मता से जांच की गयी।
जिलास्तरीय जांच में जिन वरीय पदाधिकारियों को लगाया गया उनमें श्री संजय कुमार, श्री रवि प्रकाश, श्री अनिल कुमार, सुश्री मयंक सिंह, श्रीमती कुमारी पूर्णिमा, श्री बालेश्वर प्रसाद, श्री उपेन्द्र सिंह, श्री अजय कुमार, सुश्री सुभाषिनी प्रसाद, श्री राजीव कुमार, श्री राजेश कुमार सिंह, श्री अनिल राय, श्री राजेश कुमार, मो0 सरफराज नवाज, मो0 इमरान, श्री सुजीत कुमार वर्णवाल, श्री मदन कुमार, श्री जयकिशोर साह, श्री संतोष मंडल, श्री सुनील कुमार ठाकुर, श्री राजेश्वर प्रसाद आदि के नाम शामिल है।
जिलाधिकारी द्वारा जांच दल को निदेश दिया गया कि जांच के दौरान योजना के फंक्शनलिटी टेस्ट की जांच करनी है। निर्धारित स्थल पर योजना भौतिक रूप से संचालित है अथवा नहीं, योजना का लाभ संबद्ध लाभुकों को वास्तविक रूप से प्राप्त हो रहा है अथवा नहीं, योजना में गुणवतापूर्ण सामग्री का उपयोग किया गया है अथवा नहीं। यह भी निदेश दिया गया है कि आवश्यकतानुसार योजनाओं में प्रयुक्त सामग्रियों की गुणवता जांच हेतु सैंपल को संबद्ध लैब में भेजने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाय।
जिला पदाधिकारी द्वारा ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। विगत दिनों में लगातार सतत प्रयास कर, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियो, जन प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित कर चरणबद्ध तरीके से इसका क्रियान्वय कराया गया है। अब बारी हैं सम्पन्न योजनाओं के फंक्शनलिटी टेस्ट की। इसी कड़ी में पूर्व में नौतन, नरकटियागंज प्रखंड से शुरुआत की गई है। आगे इसी तर्ज पर एक-एक प्रखंड के एक-एक योजना की भौतिक जांच, दल गठित कर कराई जाएगी। जांच में पाई गई त्रुटियों के निराकरण का एक अवसर भी दिया जाएगा। उसके बावजूद भी सुधार नहीं होने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। गंभीर अनियमितता, वित्तीय दुर्विनियोग, निष्फल व्यय की दशा में सभी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके पूर्व नौतन प्रखंड के सभी योजनाओं की जांच कराई गई थी, तथा प्राप्त प्रतिवेदन के आलोक में समुचित कार्रवाई की जाएगी।