बेतिया/सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट, स्थानीय बिधुत स्टेसन में 36 घंटे से पवार सप्लाई बंद है।कारण मामूली फॉल्ट मिस्त्री के पकड़ से बाहर बताया जा रहा है।सबसे बड़ी समस्या यह है कि पवार स्टेसन से कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिलने से लोगो मे आक्रोश है। मंगलवार की सुबह करीब 5 बजे बिजली गुल हुई।
उसके बाद से लाइट नही मिली।ग्रिड में सरकारी न0 पर फोन लगना भगवान मिलने के बराबर है।अगर लग भी जाये तो कोई संतोषजनक जवाब नही मिलता, जिससे स्थिति की जानकारी मिल सके।लाइट नही मिलने से लोग बेहाल है।सभी बिजली से चलने वाले उपकरण बंद हो गए है।एक बारिश का मौसम उसमें से लाइट नही मिलने से गाँव की स्थिति और दयनीय हो गई है।चंद मिस्त्री फॉल्ट को खोजने में रात के 11 बजा दिए, लेकिन फॉल्ट पकड़ में नही आया।
देर शाम तक फॉल्ट नही मिला तो सहायक विधुत अभियंता भी पहुँचे, लेकिन नतीजा सिफर रहा। विभागीय सूत्रों की माने तो 33 हजार केवीए का बिधुत तार करीब 20 km फेर आकर बिधुत स्टेसन में पहुँच रहा है इस 20 km का एरिया जंगल झाड़ी और कई नदियों के बीच से गुजरता है जिससे बिजली मिस्त्री को फॉल्ट ढूढने में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है।जबकि एक रेलवे क्रासिंग पार करवा दिया जाय तो 20 km एरिया घूम कर जाना भी नही पड़ेगा, और बिधुत आपूर्ति भी सुचारू रूप से चलेगी।
लेकिन इस पर पहल न तो विभागीय अधिकारी करते है और न ही कोई स्थानीय जनप्रतिनिधी जिससे यह समस्या बनी हुई है। एक समस्या यह भी:-यू तो स्थानीय बाजार में बिजली मिस्त्रियों की कमी नही है।जब किसी को कुछ ठीक करना हो तो कई मिस्त्री पहुँच जाएंगे।लेकिन जब कही विभागीय काम मे इनकी जरूरत पड़ती है तो ये पल्ले झाड़ लेते है।और लगभग करीब 30 किलोमीटर लंबी लाइन में फॉल्ट को ढूढने में परेशानी होती है, समय भी लगता है।अगर विभाग के तरफ से कार्यरत मिस्त्री सही से काम करे तो, इतनी देर तक पवार सप्लाई बंद नही होगी। एसडीओ विधुत आलोक कुमार ने बताया कि रात तीन बजे तक फॉल्ट को ढूंढा गया है।बारिश से परेशानी हुई है शीघ्र ही विधुत आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। उधर रेलवे क्रासिंग के संदर्भ में पूछे जाने पर कार्यपालक अभियंता दिवाकर लाल ने बताया कि रेलवे क्रासिंग के लिए प्रोपोजल सरकार के पास भेज दिया गया है।स्वीकृति मिलते ही काम शुरू करवा दिया जाएगा।