बेतिया /सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट, भाकपा माले नेता सह विधायक बीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि बाढ़ पीड़ितों व बाढ़ ग्रस्त इलाकों का एक सप्ताह के बाद मुख्यमंत्री का हवाई सर्वेक्षण बाढ़ पीड़ितों के प्रति संवेदनहीनता का प्रतीक है।29जून से जिले में चौथी बार बाढ़ आई।कोरोना महामारी की बेरोजगारी,समय पूर्व अति बरसात और बाढ़से पूरा जनजीवन प्रभावित है।गरीब मजदूर परिवार भुखमरी के कगार पर है।
सैकड़ो घर बाढ़ और बरसात से ध्वस्त है।प्रखंड के कई गाँव मे बिजली का संकट है।धान के बिचड़े सड़ गए।बांध टूट गए, सड़क पुल पुलिया ध्वस्त है।ऐसे में पदाधिकारियो का कोई जमीनी सर्वेक्षण नही है।और मुख्यमंत्री एक सप्ताह बाद हवाई सर्वेक्षण कर रहे है।यह भाजपा और जदयू सरकार की चरम संवेदनाहीन है।विधायक श्री गुप्ता बरसात और बाढ़ से तबाह भुखमरी के शिकार गरीब, गांव गांव से आये बाढ़ प्रभावित लोगों को संबोधित करते हुए बोल रहे थे।
बाढ़ प्रभावित लोग अंचलाधिकारी को सूची सौप रहे थे।उन्होंने कहा कि सरकार जांच ले कि वे सब बाढ़ प्रभावित और भुखमरी के कगार पर है कि नही।विधायक ने मुख्यमंत्री से यह भी मांग किया कि सरकार कोरोना, अति बरसात,व बाढ़ से तबाह सभी गरीबो को आपदा प्रभावित मान राहत कार्य चलावे।
बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में अब खेती सम्भव नही है।सरकार मजदुरी के अभाव में भुखमरी के शिकार गरीबो को जुलाई से अक्टूबर माह तक चार चार महीने का मुफ्त राशन और 20 20 हजार रुपये की नकद राशि उन्हें दे।आगे कहा कि बाढ़ से किसान बदहाल है।सरकार उनका सर्वे कराए और उनको राहत दे।मौके पर विधायक प्रतिनिधि संजय राम, राजद के अध्यक्ष जावेद आलम उर्फ पप्पू, संजय मुखिया,राजन गुप्ता, बबलू गुप्ता, परवेज आलम,कलाम अंसारी, गुड्डू मिश्रा समेत कई अन्य मौजूद रहे।बता दे कि बाढ़ग्रस्त इलाके बाढ़ प्रभावित हजारों लोगो ने अंचलाधिकारी को सूची सौप कर कार्यवाई का मांग किया है।