आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बीमार बच्चों, महिलाओं आदि को टेलिमेडिसिन परामर्श की मिलेगी सुविधा।

आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बीमार बच्चों, महिलाओं आदि को टेलिमेडिसिन परामर्श की मिलेगी सुविधा।

Bettiah Bihar West Champaran

250 से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर 18 फरवरी को टेलिमेडिसिन परामर्श का ड्राइ रन।

जिलाधिकारी की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक सम्पन्न।

सभी तैयारियां ससमय पूर्ण कराने का निदेश।

न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान

बेतिया। जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि ग्रामीण एवं सुदूर क्षेत्रों के व्यक्तियों को चिकित्सीय सुविधा उपलब्ध कराने का प्रयास सरकार द्वारा लगातार किया जा रहा है। इस हेतु राज्य में ई-संजीवनी के माध्यम से टेलिमेडिसिन से चिकित्सीय परामर्श प्रदान किया जा रहा है। उक्त कार्य के सुदृढ़ीकरण हेतु ई-संजीवनी के माध्यम से सभी भीएसएचएनडी (ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस) सत्र पर पूर्व से दिये जाने वाले सेवाओं के अतिरिक्त चिकित्सीय परामर्श की सुविधा उपलब्ध कराया जाना है। इस हेतु सभी चिकित्सा पदाधिकारी, एएनएम, जीएनएम, नर्सिंग स्टॉफ आदि को अच्छे तरीके से ससमय प्रशिक्षित कराया जाय ताकि परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े और आंगनबाड़ी केन्द्रों पर ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस के दिन मरीजों का ईलाज समुचित तरीके से हो सके। जिलाधिकारी कार्यालय प्रकोष्ठ में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में सिविल सर्जन सहित अन्य संबंधित अधिकारियो को निदेशित कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि पूर्व से भीएसएचएनडी सत्र हेतु नियमित टीकाकरण अंतर्गत कार्यरत एभीडी (कूरियर सेवा) को ग्रीन चैनल सुविधा से दिनांक-18 फरवरी 2022 के पूर्व अनिवार्य रूप से सम्बद्ध करना सुनिश्चित किया जाय ताकि आवश्यकतानुसार टेस्ट किट एवं दवाओं को भीएसएचएनडी सत्र पर भेजा जा सके।

जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि उक्त कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन हेतु जिलास्तर एवं प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स का गठन कर लिया जाय। प्रखंड स्तर पर टास्क फोर्स में प्रखंड विकास पदाधिकारी को अध्यक्ष बनाया जाय। टास्क फोर्स में प्रखंड चिकित्सा पदाधिकारी, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, प्रखंड स्वास्थ्य प्रबंधक आदि को शामिल किया जाय।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि आंगनबाड़ी केन्द्रों पर प्रत्येक बुधवार एवं शुक्रवार को भीएसएचएनडी (ग्राम स्वास्थ्य एवं पोषण दिवस) का आयोजन किया जाता है। इस सत्र में अबतक नियमित टीकाकरण, प्रसव पश्चात महिलाओं का चेकअप, पोषण संबंधी जानकारी, परिवार कल्याण आदि की जानकारी एएनएम द्वारा मुहैया करायी जाती है। अब ई-संजीवनी टेलिमेडिसन द्वारा भीएसएचएनडी सत्र स्थलों पर गर्भवती महिलाओं, अतिकुपोषित बच्चो आदि को समुचित चिकित्सीय परामर्श उपलब्ध कराया जाना है। साथ ही रेफरल सुविधा उपलब्ध कराया जाना है। भीएसएचएनडी सत्र स्थलों ई-संजीवनी टेलिमेडिसन अंतर्गत ड्राई रन की शुरूआत 18 फरवरी को जिले के 250 से ज्यादा आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक साथ किया जाना है।

जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि 18 फरवरी को आयोजित होने वाले ड्राइ रन की सभी तैयारी ससमय पूर्ण कर ली जाय। उन्होंने निदेश दिया कि रेफरल सुविधा के मद्देनजर आवश्यक है कि सभी रेफरल अस्पतालों यथा-प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, जिला अस्पताल तक के सभी स्वास्थ्य संस्थानों द्वारा दिये जा रहे सेवाओं, रोस्टर वार चिकित्सक एवं अन्य संलग्न कर्मियों की उपस्थिति को सुचारू रूप से संचालित किया जाय। आवश्यकतानुसार पैथोलॉजिकल सुविधाएं, एंबुलेंस की सुविधा भी उपलब्ध करायी जाय।
इस अवसर पर सिविल सर्जन, जिला प्रतिरक्षण पदाधिकारी सहित यूनिसेफ के एसएमसी आदि उपस्थित रहे।

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