आस्‍था का प्रतीक है बाबा खगेश्वरनाथ महादेव मंदिर : चंचला।

आस्‍था का प्रतीक है बाबा खगेश्वरनाथ महादेव मंदिर : चंचला।

Bihar Muzaffarpur

मुजफ्फरपुर : बंदरा प्रखंड के सुंदरपुर रतवारा पंचायत अंतर्गत बैंगरा में आयोजित 7 सात दिवसीय श्रीमद्भागवत कथा को लेकर वृंदावन से पधारी प्रसिद्ध कथावाचिका साध्वी चंचला चैतन्य गौड़ अपने गुरुदेव कृष्ण चरण दास जी के साथ शुक्रवार को मतलुपुर स्तिथ अति प्राचीन मंदिर बाबा खगेश्वरनाथ धाम पहुँची। जहाँ उन्होंने महादेव की पूजा-अर्चना की। मंदिर के प्रधान पुजारी आचार्य राजन झा ने वैदिक मंत्रोच्चार के साथ विधिवत पूजा अर्चना करवाई।

इस मौके पर साध्वी ने कहा कि बाबा खगेश्वरनाथ महादेव मंदिर भगवान शंकर के अटूट आस्‍था का प्रतीक है. इस मंदिर से हमारा पुराना रिश्ता रहा है। नानी घर होने के कारण यहाँ बाबा का दर्शन-पूजन होता रहा है। खगेश्वरनाथ महादेव मंदिर मिथिला के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है. खगेश्वरनाथ महादेव की चर्चा रामायण में भी है। ऐसा बताया गया है कि रामायण में महादेव और गरुड़ जी का संवाद यहीं हुआ था। इस दरबार मे आकर मन को शांति एवं तृप्ति की प्राप्ति होती है।

मन्दिर के पुजारी आचार्य राजन झा ने बताया कि वैसे तो यहाँ पूजा-अर्चना करने हेतु सालों भर भक्तो का आना होता है मगर शिवरात्रि और सावन में यहाँ भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ता है! मौके पर गणेश पंडा, महादेव पंडा, राजकुमार झा, उग्रनाथ झा, पशुराम झा एवं पंडा समाज के लोग मौजूद थे।

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