
भोजपुरी सिनेमा में गोपाल राय का नाम उन गिने चुने अभिनेताओं में शुमार किया जाता है जिन्होंने तीन दशक से अपने दमदार अभिनय से दर्शकों के बीच खास पहचान बनायी है। भोजपुरी फिल्म के भीष्म पितामह कहे जाने वाले गोपाल राय को फिल्म इंडस्ट्री में हुये तीन दशक हो गये हैं। गोपाल राय ने अपने दमदार चरित्र अभिनय से दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया है। 300 से अधिक फिल्मों और अलबम में काम कर चुके गोपाल राय की फिल्म लैला मजून हाल ही में प्रदर्शित हुयी है। निरहुआ हिंदुस्तानी, कुली नंबर वन और पटना से पाकिस्तान समेत दर्जनों सुपरहिट फिल्मों में काम कर चुके गोपाल राय फिल्मों में विविधतापूर्ण किरदार निभाने की ख्वाहिश रखते हैं। गोपाल राय को भोजपुरी फ़िल्म अवार्ड में लाइफ टाइम अचीवमेंट अवार्ड, भोजपुरी फ़िल्म राजा बाबू के लिए बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर अवार्ड से भी नवाजा जा चुका है।

गोपाल राय के अनुसार एक अभिनेता के लिए यह अहम है कि वह जो भी काम करे उसे सराहा जाए। लेकिन, मेरे लिए अच्छी बात यह है कि लोगों ने मुझे सकारात्मक किरदार में पसंद किया। मेरा मानना है कि विविधतापूर्ण किरदार निभाना हर कलाकार के लिए अच्छा होता है। एक अभिनेता होने के नाते, यह बहुत महत्वपूर्ण है कि आप अलग-अलग तरह की भूमिकाएं निभाएं। मैं अपने आप को किसी एक श्रेणी में रखना नहीं चाहता। हम कलाकार भी हर फिल्म में एक ही तरह के किरदार निभाते हुए बोर हो जाते हैं। इसलिए अपने सहज दायरे से बाहर निकल कुछ चुनौतीपूर्ण करना बेहद महत्वपूर्ण है।
उन्होंने कहा कि मैं भोजपुरी फिल्म के दर्शको का दिल से आभारी हूँ कि लंबे फिल्मी कैरियर में मेरा साथ दिया है।मेरी कई फिल्में जल्द ही प्रदर्शित होने वाली है जिसमें दर्शकों को मेरे किरदार के विविध रूप देखने को मिलेंगे।