पूर्वी चंपारण:-घोड़ासहन बिहार राज्य शिक्षक संघर्ष समन्वय समिति पूर्वी चंपारण अध्यक्ष मंडल सदस्य सह जिलाध्यक्ष शिक्षक न्याय मोर्चा राहुल सिंह ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर बताये की 17 फरवरी से अनिश्चित कालीन हड़ताल में शामिल जिले के सभी हड़ताली शिक्षक कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप को ध्यान में रखते हुए जागरूकता अभियान स्थगित किया है।
बिहार सरकार द्वारा 31 मार्च तक सभी जिला, अनुमण्डल, प्रखंड मुख्यालय में lock down लागू है,इस दौरान दवा,दूध,फल, सब्जियां, बैंकिंग,atm, डाक सेवाएं, पेट्रोल पंप,डॉक्टर, हॉस्पिटल आदि खुले रहेंगे,
जिलाध्यक्ष सिंह ने कहा की हड़ताली शिक्षक 23 मार्च से 31 मार्च तक ,,ईमेल फ़ॉर जस्टिस सप्ताह,, मनाएंगे,सभी शिक्षक साथियों एवं जनता से अपील है कि अपने घर से बाहर न निकले घर परिवार और social media की माध्यम से ही जागरूकता अभियान चलायेंगे।
जिलाध्यक्ष सिंह ने बताया कि हड़ताली शिक्षको की मांग समान काम समान वेतन,समान सेवा शर्त,राज्यकर्मी का दर्जा सहित अन्य मांगों के समर्थन में पूर्व में अभिभावकों एवम जनप्रतिनिधियों द्वारा लिए गए समर्थन पत्र को हड़ताली शिक्षक माननीय मुख्यमंत्री,महामहिम राष्ट्रपति,प्रधानमंत्री और चीफ जस्टिस सुप्रीम कोर्ट को अपनी ब्यथा रखते हुए अपनी मांगों को लेकर ईमेल या डाक द्वारा भेजेंगे,
23 मार्च 1931 को आज ही के दिन ,,शहीदे आजम भगत सिंह,सुखदेव एवं राजगुरु को फांसी दे दी गई थी,इनके बलिदान दिवस,शहीद दिवस पर कोटि कोटि नमन है,समूचा राष्ट्र इनके बलिदान को नमन करता है।
श्री सिंह ने कहा कि कोरोना के गहराते प्रकोप को देखते हुए बिहार सरकार को अपनी हठधर्मिता छोड़कर नियोजित शिक्षको की मांगों पर संवेदनशीलता के साथ विचार करते हुए उनकी हरताल समाप्त करवानी चाहिए,कोरोना वायरस से उत्पन इस संकट की घड़ी में मानवता के आधार पर नियोजित शिक्षकों की लंबित वेतन बिहार सरकार को हस्तांतरित कर देनी चाहिए।
अंत मे सिंह ने कहा कि हड़ताल किसी भी कीमत पर नही टूटनी चाहिए,नही तो कोरोना तो चला जाएगा लेकिन हमलोग हाथ मलते रह जाएंगे,सरकार को इस संकट की घड़ी में हड़ताली शिक्षको से वार्ता कर उनकी मांगों को जल्द से जल्द पूरी करनी चाहिए।