बादलों के बदलते रंग ने तिरवाह के लोगों का धड़कने बढ़ी, बेज़ुबान जानवरों को ले चिंतित।
बादलों को देखकर दहलता है तिरवाह का सीना। फसल तो बर्बाद हो ही गया अब आशियाना मत उजड़ जाए। हम तो खा लेंगे पर इन बेजुबानों का क्या होगा। बेतिया /मझौलिया संवाददाता संतोष कुमार बैठा की रिपोर्ट। बाढ़ की विभीषिका झेल चुके तिरवाह वासियो का दर्द उस समय बढ़ जाता है जब वे आकाश […]
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