जिला समाहरणालय संवर्ग के सभी लिपिकों ने काली पट्टी बांधकर जताया विरोध।
मांगों की पूर्ति नहीं हुई तो आंदोलन को दी जाएगी गति।
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बेतिया(पच्छिम चम्पारण)
बिहार राज्य अराजपत्रित संघ के आह्वान पर बुधवार 4 सितंबर को समाहरणालय संवर्ग के समाहरणालय में कार्यरत लिपिक सहित प्रखंड, अंचल के सभी लिपिकों ने सरकार की नीतियों के विरोध तथा अपनी 10 सूत्री मांगों के लिए अपने-अपने हांथो पर काला पट्टी बांधकर शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी कर्मी निर्धारित समय पर कार्यालय आए और नियमित रूप से कार्यालय में कार्य करते रहे। भोजनावकाश के दौरान समाहरणालय सहित प्रखंड, अंचल के सभी कर्मी द्वारा बिहार राज्य अराजपत्रित संघ के बैनर तले अपने-अपने कार्यालय परिसर में गोलबंद होकर अपनी मांगों के लिए शांतिपूर्ण तरीके से नारे लगाए गए तथा अपनी असंतुष्टि दर्ज कराई गई। बिहार राज्य अराजपत्रित संघ एवं बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष, जिला मंत्री के प्रतिनिधित्व में कर्मियों के संघ द्वारा अपना मांग पत्र अनुमंडल पदाधिकारी, बेतिया सदर को सौंपा गया।
बताते चलें कि हाल ही में बेतिया समाहरणालय सभागार में हुई बैठक में बिहार अनुसचिवीय कर्मचारी संघ, जिला इकाई, पश्चिम चम्पारण के जिलाध्यक्ष चंदन कुमार झा की अध्यक्षता में कार्यक्रम की रूपरेखा तय की गई थी। बैठक में अराजपत्रित कर्मचारी संघ के जिलामंत्री संतोष प्रसाद एवं कोषाध्यक्ष विजय कुमार राऊत, अनुसचिवीय कर्मचारी संघ के जिला मंत्री श्री सुनील नाथ तिवारी सहित अन्य पदाधिकारी मौजूद थे। निर्णय लिया गया कि सरकार की उदासीनता और लंबित मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं होने के विरोध में सभी कर्मचारी काला पट्टी लगाकर कार्य करेंगे। इस क्रम में यह निर्णय भी लिया गया कि जिलाधिकारी, पटना के द्वारा संघ के दो पदधारकों के विरूद्ध निलम्बन की कार्रवाई अनुचित है। हड़ताल करना संवैधानिक अधिकार है और इसे कोई भी पदाधिकारी विमुख नहीं कर सकते। वह भी तब, जब इसकी विधिवत सूचना जिलाधिकारी को दे दी गई थी। संघ के सदस्यों द्वारा अविलम्ब निलम्बन आदेश वापस लेने का आह्वान किया गया। उन्होंने कहा कि यदि सरकार शीघ्र वार्ता कर समस्याओं का समाधान नहीं करती, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा । मौके पर चंदन कुमार झा, सुनील नाथ तिवारी, बालेंद्र कुमार, हीरा यादव, विनय कुमार, अजय कुमार, जय किशोर राम, सरफराज अहमद, विजय कुमार, इत्यादि उपस्थित रहे।
मांग
1. मैट्रिक उत्तीर्ण कर्मियों का वेतन ग्रेड पे 1900/लेवल 02 को इंटर स्तरीय होने के कारण मूल कोटि का वेतन ग्रेड-पे 2800/ लेवल 05 किया जाय एवं लिपिकीय संवर्ग के वेतन संरचना को पुनर्निधारित किया जाय।
2. एक ही संवर्ग में नियुक्त लिपिकों (परीक्षा से उर्तीण अनुकम्पा से चयनित/ खिलाडी कोटा से चयनित/प्रोन्नति से पदस्थापित) के लिये वेतन विसंगति को दूर करने हेतु राज्य सरकार ठोस कदम उठाये
3. लिपिकों के मूल पद पर नियुक्ति हेतु योग्यता मैट्रिक से बढ़ाकर इण्डरमीडिएट कर दिया गया है, परन्तु वेतन ग्रेड-पे लेवल में कोई सुधार नहीं किया गया है। योग्यता के अनुसार वेतन ग्रेड-पे में सुधार किया जाए।
4. सभी जिला समाहर्ता के निजी सहायक के पद पर बिहार समाहरणालय लिपिकीय संवर्ग के योग्य एवं अनुभवी लिपिक को पूर्व की तरह बिहार बोर्ड मिसलेनियस रूल्स 1958 के तहत पदस्थापित करते हुये सरकारी कायो का संचालन किया जाय
5. रूपान्तरित सुनिश्चित वृति योजनान्तर्गत पद सोपान में निर्धारित वेतन ग्रेड / लेवल का लाभ प्रदान किया जाय।
6. समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों एवं उनके आश्रितों को कैशलेस चिकित्सा व्यवस्था का प्रावधान किया जाय।
7. समाहरणालय संवर्ग के कर्मियों के लिये 50 लाख रूपये का दुर्घटना बीमा का प्रावधान किया जाय।
8. समाहरणालय संवर्ग के अराजपत्रित कर्मियों के जिला संवर्ग को राज्य स्तरीय संवर्ग के गठन से मुक्त रखा जाय।
9. योग्यता एवं वरीयता के आधार पर बिहार प्रशांसनिक सेवा के पदों पर प्रोन्नति हेतु 25 प्रतिशत पद समाहरणालय लिपिकों के लिये आरक्षित किया जाय।
10. सभी कर्मियों को एन०पी०एस० अथवा यू०पी०एस० के स्थान पर पुरानी पेंशन योजना लागू किया जाय।