फार्मेसिस्ट की समस्या को लेकर बिहार के सभी जिले में खुदरा एवं थोक दवा दुकानदारों का तीन दिवसीय बंदी।

फार्मेसिस्ट की समस्या को लेकर बिहार के सभी जिले में खुदरा एवं थोक दवा दुकानदारों का तीन दिवसीय बंदी।

West Champaran

रिपोर्ट वकीलुर रहमान खान, बेतिया: जिले के थोक एवं खुदरा दवा दुकानों को फार्मेसिस्ट की उपलब्धता एवं तकनीकी गलती के नाम पर विभागीय उत्पीड़न एवं शोषण के विरोध में दिनांक 22 एवं 23 तथा 24 जनवरी 2020 को राज्य के सभी खुदरा एवं थोक दवा दुकानदारों का तीन दिवसीय बंदी के आलोक में, पश्चिमी चंपारण जिले के सभी थोक एवं खुदरा दवा दुकानदारों ने अपनी दुकान बुधवार के दिन से शुक्रवार के दिन तक यानी 3 दिन बंद रखने का निर्णय लिया है।

वही इनकी 7 सूत्री मांगों में फार्मेसिस्ट की समस्या दवा दुकानदारों की निरीक्षण धड़क एक्ट में परिभाषित के अनुसार ही होने की मांग निरीक्षण के लिए जारी किए गए विभागीय  ज्ञापांक 262  दिनांक 29 मार्च 2019 अभिलंब निरस्त करने बिजी दवा दुकान का निरीक्षण के क्रम में पाए गए तकनीकी गलतियों के ऊपर दंडित करने के पहले उसे सुधार के लिए उचित समय की मांग की गई।

राज की दवा दुकानों में विभागीय निरीक्षण में एकता एवं पारदर्शिता बने बनाए रखने अनु गति के समीकरण में केंद्र सरकार द्वारा जारी अधिसूचना के आलोक में राजौर्शी नियंत्रक द्वारा चालान जमा करने में एक स्पष्ट दिशा निर्देश जारी करने तथा विभागीय निरीक्षण का उद्देश्य सुधार करने के नाम पर उत्पीड़न एवं शोषण को रोकने को लेकर यह दवा थोक एवं खुदरा विक्रेता तीन दिवसीय हड़ताल पर हैं।

वही केमिस्ट एंड ड्रजिस्ट पश्चिमी चंपारण के सचिव ने बताया कि रोगियों के आपातकालीन सेवा के लिए गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज के मुख्य द्वार के सामने मात्र एक दवा दुकान पूनम मेडिकल हाल को सुचारू रूप से संगठन द्वारा चलाने का निर्देश जारी किया गया है जो पूर्ण रूप से संचालित हो रहा है वही संघ ने बताया कि यदि इसके बावजूद भी सरकार के द्वारा उपरोक्त मांगों पर उचित निर्णय नहीं लिया जाता है तो हम लोगों का अगला आंदोलन अनिश्चितकालीन बंदी के रूप में होगा।                    .

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