
चार दर्जन डॉक्टर व कर्मी मिले अनुपस्थित
रिपोर्ट= वकीलुर रहमान खान, बेतिया: उपस्थिति पंजी में दर्ज उपस्थिति हस्ताक्षर पर ओवरलैपिंग पर बिफरे एसडीएम कर्मी को फटकार लगाई मामला राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का है सोमवार के दिन राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय का औचक निरीक्षण किया गया जिसमें चार दर्जन चिकित्सक और अस्पताल के चार कर्मी अनुपस्थित रहे।
उक्त बातों की जानकारी एसडीएम विद्यानाथ पासवान ने देते हुए बताया कि जांच रिपोर्ट वरीय पदाधिकारी को भेजा जाएगा । साथ ही इस जांच से अस्पताल कर्मियों में अफरा-तफरी का माहौल रहा संबंधित कर्मी भागदौड़ में व्यस्त रहे। जानकारों की माने तो राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल में डॉक्टरों का बिना सूचना के मुख्यालय से गायब रहना आम बात हो गई है।

इस संदर्भ में संबंधित कर्मी और चिकित्सकों से पूछे जाने पर झला जाते हैं। सूत्रों का कहना है कि राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय सह अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में लाखों रुपया खर्च करके वहां पर तीसरी आंख यानि सीसी कैमरा लगे है लेकिन क्या विभाग के पदाधिकारियों ने सीसी कैमरे का जांच क करते हैं।
रोस्टर वाले चिकित्सक ड्यूटी में है या नहीं आयेदिन अस्पताल में इलाज के अभाव का आरोप लगाकर मरीजों का परिजन हंगामा और अस्पताल में तोड़फोड़ करते रहते हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन के द्वारा मरीजों के परिजनों पर तो प्राथमिकी दर्ज कर दी जाती है लेकिन कर्तव्य से अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों पर कोई कार्यवाही नहीं होती है।
कार्यवाही एक महज खानापूर्ति होती है इस संदर्भ में प्राचार्य से पूछने पर झल्ला उठते हैं। इस व्यवस्था को लेकर समाजसेवीयो,बुद्धिजीवीयो में तरह-तरह की चर्चाएं हैं कि आखिर इस राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय पर कब अंकुश लगाएगा ? कौन कार्रवाई करेगा ! जबकि सरकार का नो वर्क नो पे सिद्धांत लागू है यहां अनुपस्थित रहने वाले चिकित्सकों का वेतन कैसे उन्हें प्राप्त हो जाता है यह जांच का विषय है।
लोगों का यह भी कहना है कि अस्पताल का आपातकाल कक्ष का सीसी कैमरा खागला ला जाए।या संबंधित डॉक्टर के मोबाइल नं को ट्रेस किया जाए कि संबंधित डॉक्टर का मोबाइल लोकेशन क्या बता रहा है इससे सही तथ्य सामने आ सकते हैं।