*कार्तिक पुर्णिमा के अवसर पर गंडक मे लाखों श्रद्धालु ने लगायी डूबकी।*   *बैरिया से  अजहर आलम के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।*     *बैरिया (पश्चिमी चंपारण)*  बैरिया प्रखंड क्षेत्र के बिभिन्न घाटों पर श्रद्धालु भक्तो ने आस्था की डुबकी लगाई । इस नहान मेला को लेकर आस्थावान भक्त रविवार की  रात मे ही पिपरा सिंगही गंडक घाट पहुँच गये थे । रात भर पखनाहा- संतघाट मुख्य मार्ग पर लोग चलते रहे । बैलगाड़ी, ट्रेक्टर, कार , टेम्पू  से लोग घाट पर पहुँच गये थे । बहुत लोग पैदल व साइकिल से ही स्नान करने घाट पर गये थे । पूरे परिवार के साथ लोग गंडक मे स्नान कर पूजा अर्चना की । रात भर गंगा मईया के गीतों और पूजा अर्चना से घाट गूँजता रहा । लोग पौ फटते ही गंडक मे डूबकी लगाकर दान पुण्य किया । पिपरा सिंगही, लौकरिया, बथना , कोईरपट्टी , पूजहां आदि घाटो पर लोगो ने स्नान किया । मगर सबसे अधिक भीड भक्तों की पिपरा सिंगही घाट पर लगी थी ।

*कार्तिक पुर्णिमा के अवसर पर गंडक मे लाखों श्रद्धालु ने लगायी डूबकी।* *बैरिया से अजहर आलम के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।* *बैरिया (पश्चिमी चंपारण)* बैरिया प्रखंड क्षेत्र के बिभिन्न घाटों पर श्रद्धालु भक्तो ने आस्था की डुबकी लगाई । इस नहान मेला को लेकर आस्थावान भक्त रविवार की रात मे ही पिपरा सिंगही गंडक घाट पहुँच गये थे । रात भर पखनाहा- संतघाट मुख्य मार्ग पर लोग चलते रहे । बैलगाड़ी, ट्रेक्टर, कार , टेम्पू से लोग घाट पर पहुँच गये थे । बहुत लोग पैदल व साइकिल से ही स्नान करने घाट पर गये थे । पूरे परिवार के साथ लोग गंडक मे स्नान कर पूजा अर्चना की । रात भर गंगा मईया के गीतों और पूजा अर्चना से घाट गूँजता रहा । लोग पौ फटते ही गंडक मे डूबकी लगाकर दान पुण्य किया । पिपरा सिंगही, लौकरिया, बथना , कोईरपट्टी , पूजहां आदि घाटो पर लोगो ने स्नान किया । मगर सबसे अधिक भीड भक्तों की पिपरा सिंगही घाट पर लगी थी ।

Bettiah Bihar West Champaran

बैरिया से अजहर आलम के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।

बैरिया (पश्चिमी चंपारण)

बैरिया प्रखंड क्षेत्र के बिभिन्न घाटों पर श्रद्धालु भक्तो ने आस्था की डुबकी लगाई । इस नहान मेला को लेकर आस्थावान भक्त रविवार की रात मे ही पिपरा सिंगही गंडक घाट पहुँच गये थे । रात भर पखनाहा- संतघाट मुख्य मार्ग पर लोग चलते रहे । बैलगाड़ी, ट्रेक्टर, कार , टेम्पू से लोग घाट पर पहुँच गये थे । बहुत लोग पैदल व साइकिल से ही स्नान करने घाट पर गये थे । पूरे परिवार के साथ लोग गंडक मे स्नान कर पूजा अर्चना की । रात भर गंगा मईया के गीतों और पूजा अर्चना से घाट गूँजता रहा । लोग पौ फटते ही गंडक मे डूबकी लगाकर दान पुण्य किया । पिपरा सिंगही, लौकरिया, बथना , कोईरपट्टी , पूजहां आदि घाटो पर लोगो ने स्नान किया । मगर सबसे अधिक भीड भक्तों की पिपरा सिंगही घाट पर लगी थी ।

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