जय माता दी बस और बैगन आर कार में हुई भिड़ंत।
सूचना मिलते ही थानाध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अमरकांत ने आक्रोशित ग्रामीणों को समझा बुझाकर मामला को कराया शांत!
दुर्घटना में चार व्यक्ति हुए घायल।
घायलों को पुलिस ने जीएमसी एच बेतिया भेजी!
जय माताजी बस के चालक द्वारा काफी तीव्र एवं अनियंत्रित गति से परिचालन करने पर स्थानीय लोगों में आक्रोश!
मझौलिया से संजय पांडे के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
मझौलिया(पश्चिमी चंपारण)
रविवार की सुबह बेतिया मोतिहारी एनएच 727 के थरेशारी चौक के समीप बेतिया से पटना जा रही जय माता दी बस निबंधन संख्या br06 पीसी 8008 तथा बेतिया की तरफ जा रही बैंगन आर कार निबंधन संख्या बी 01h की 6702 की हुई भिड़ंत में कार में सवार चार व्यक्तियों के घायल गंभीर रूप से हुए घायल सूचना मिलते हीं थाना अध्यक्ष सह प्रशिक्षु डीएसपी अमरकांत इंस्पेक्टर अखिलेश कुमार मिश्रा ने घटनास्थल पर पहुंचकर ग्रामीणों के सहयोग से घायलों को जीएमसी बेतिया भेज दी तथा जय माताजी बस संचालक के खिलाफ आक्रोशित लोगों को समझा बूझकर मामले को शांत कर परिचालन शुरू कराए प्रशिक्षु डीएसपी ने बताया कि दोनों वाहनों को कब्जे में ले लिया गया है रक्सौल की तरफ से कार बेतिया की तरफ जा रही थी तभी यह घटना घटित हुई बस का ड्राइवर और कॉन्टैक्टर फरार हैं पहले से बस पर सवार यात्री दूसरे वाहनों से अपने गंतव्य स्थान की ओर प्रस्थान कर गए हैं वही पुलिसिया कार्यवाही प्रारंभ कर दी गई है बताया जाता है कि रक्सौल से कार बिटिया की तरफ जा रही थी
जय माताजी बस के प्रोपराइटर के खिलाफ उग्र हुए स्थानीय लोग
प्रशिक्षु डीएसपी अमरकांत द्वारा बताया गया कि स्थानीय लोगों में जय माता दी बस के प्रोपराइटर चालक उपचालक के खिलाफ काफी आक्रोश देखा गया लोगों का कहना है कि इस मार्ग से कई कंपनी की बस चलती हैं परंतु जय माताजी बस के चालक द्वारा चौक चौराहों पर भी काफी तीव्र एवं अनियंत्रित गति से बस का परिचालन किया जाता है जिसे प्राय दुर्घटनाएं घटती रहती हैं उन्होंने बताया कि जय माताजी बस के प्रोपराइटर के खिलाफ पुलिसिया कार्यवाही निश्चित रूप से की जाएगी आश्वासन मिलने के बाद आक्रोशित लोगों का गुस्सा शांत हुआ
एनएच 727 के चौक चौराहा पर पुलिस पिकेट नहीं होने से लोगों में आक्रोश
युवा समाजसेवी बिंदा यादव ने बताया कि एनएच के चौक चौराहों पर बराबर घटनाएं घटित होती रहती हैं जिला प्रशासन से पुलिस पिकेट या ब्रेकर बनाने की मांग कई बार की गई परंतु प्रशासन की लापरवाही के कारण आज तक सकारात्मक दिशा में कोई पहल नहीं किया गया जिससे लोगों में आक्रोश व्याप्त है उन्होंने जिला प्रशासन से मांग किया है कि दुर्घटना के दृष्टिकोण से पुलिस ब्रेकर तत्काल बनवाया जाए।