लौंरिया में अशोक विजया दशमी सह धम्म दीक्षा दिवस पर हुआ भव्य आयोजन।
लौरिया से राजा मिश्रा के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
लौरिया(पच्छिम चम्पारण)
सम्राट अशोक महान की शोक रहित सुखमय संस्कृति और धम्म की परंपरा को जीवंत बनाए रखने के उद्देश्य से शुक्रवार को नन्दनगढ़ स्थित अशोक स्तंभ परिसर में 2286वां धम्म दीक्षा दिवस सह अशोक विजया दशमी मिलन समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता सम्राट अशोक क्लब, लौरिया के अध्यक्ष मान्यवर भरत कुशवाहा ने की, जबकि संचालन भीमाचार्य जय प्रकाश ने किया।
समारोह का उद्घाटन सम्राट अशोक महान के चित्र पर दीप प्रज्वलन और पुष्पार्पण कर किया गया। वक्ताओं ने सम्राट अशोक महान के प्रथम लोक कल्याणकारी गणराज्य की अवधारणा, बहुजन हिताय-बहुजन सुखाय और अशोक स्तंभ शिलालेखों की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए बौद्ध संस्कृति एवं विरासत को पुनर्स्थापित करने का आह्वान किया।इस अवसर पर बौद्ध विहार रत्नमाला बगहा के सांस्कृतिक जत्थे ने गीत-संगीत और धम्म देशना प्रस्तुत कर सामाजिक चेतना का संदेश दिया। समारोह में तरुण कुमार गोंड, जितेन्द्र कुमार, जितेन्द्र सागर, बिंदु बौद्ध, पिंकी बौद्ध, दशरथ राजा, सुशील बौद्ध, सुनीता, विजय कुमार कुशवाहा, डिग्री कुशवाहा, रामेश्वर भारती, सिपाही चौधरी, अशोक कुमार, ज्ञान चन्द्र चौधरी, लक्ष्मण चौधरी, मुकेश, रणजीत, राहुल एवं सुनील कुमार कुशवाहा सहित कई वक्ताओं ने विचार व्यक्त किए।उन्होंने संघ की मजबूती पर जोर देते हुए समता मूलक, लोक कल्याणकारी गणराज्य और बुद्धमय भारत बनाने का संकल्प लिया। कार्यक्रम का समापन भीमाचार्य ने सर्वकल्याण गाथा का पाठ कर किया।