डा.कफिल खान के साथ हो रहा अन्याय रासुका हटा कर उन्हें रिहा करे सरकार।

डा.कफिल खान के साथ हो रहा अन्याय रासुका हटा कर उन्हें रिहा करे सरकार।

Bihar West Champaran

रासुका -यूएपीए के जरिए संविधान और लोकतंत्र की आवाज का गला घोंटना बंद हो

ब्यूरो रिपोर्ट, बेतिया: नरकटियागंज भाकपा-माले अनुमंडल कार्यालय पर आज राज्यव्यापी कार्यक्रम के तहत डा.कफिल खान पर से रासुका हटाने और उनकी रिहाई की मांग की गई।इस कार्यक्रम में भाकपा माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि डा.कफिल खान योगी सरकार की लापरवाही से गोरखपुर में आक्सीजन के अभाव में चमकी बुखार से मर रहे बच्चों को बचाने के लिए पहल की थी। उन्होंने उस क्रम में योगी सरकार की आलोचना की थी। इसके चलते उन्हें योगी सरकार ने 2017 में जेल में डाल दिया था। रिहा होने के बाद भी डा कपिल खान  न केवल उप्र बल्कि बिहार में भी स्वास्थ संकट की स्थिति में जनता की सेवा में लगते रहे हैं। इसके चलते वे मोदी योगी सरकार के निशाने पर रहे हैं।

कपिल मिश्रा जैसे दंगा भड़काने वाले लोगों को खुली छूट देना  मोदी योगी सरकार को अच्छा लगता है। लेकिन डा कपिल खान अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय में अल्पसंख्यकों की नागरिकता छीनने की योजना के तहत बनाये गए नागरिकता संशोधन कानून पर यदि बहस खड़ी करते हैं तो वह उनकी परिभाषा में उत्तेजक भाषण हो जाता है। जिसके बहाने डा कपिल खान गिरफ्तार किए गए हैं।उपर से इलाहाबाद हाईकोर्ट से जमानत हो जाने के बाद बार बार रासुका लगा कर उनको जेल में बंद रखा जा रहा है।

उक्त सन्दर्भ में माले नेता ने आगे कहा कि डा कपिल खान की गिरफ्तारी संविधान और लोकतंत्र की आवाज को खत्म करने की मोदी सरकार और भाजपा की राज्य सरकारों की फासीवादी शासन व्यवस्था मजबूत करने की योजना के तहत है। जिसमें विपक्ष नाम की कोई चीज नहीं होगी।उसी योजना के तहत वरवर राव, आनन्द तेलतुमड़े, सुधा भारद्वाज, अखिल गोगोई, जैसे अनेकों लोग जेल में बंद किए गए हैं। रासुका और यूएपीए जैसे काले कानूनों के जरिए हर विपक्ष की लोकतांत्रिक आवाज का गला घोंटा जा रहा है। संविधान पर हमला हो रहा है।

गांवों में सामंती ताकतों के जरिए आम लोगों की , गरीबों की आजादी को खत्म करने के लिए जैसे तरह तरह के मुकदमों में लोगों को फंसाकर जेल में बंद किया जाता रहा है उससे भी खतरनाक इरादे के साथ भाजपा की केन्द्र और राज्यों की सरकारें विपक्ष का गला घोंट रहीं हैं।माले नेता ने जेल में बंद सभी राजनीतिक बंदियों , मानवाधिकार कार्यकर्ताओं व लोकतांत्रिक लोगों के रिहाई के लिए  देश में चल रहे आंदोलनों से एकजुटता व्यक्त की और इसे आगे बढ़ाने का आह्वान किया।
आज के नरकटियागंज भाकपा-माले  कार्यालय पर हुए कार्यक्रम में माले जिला सचिव कामरेड अरुण, नजरेआलम, मुन्ना पासवान, दिनेश राम, रामदेव मुखिया, इरफान और अन्य लोगों ने अपने विचार रखे।-वीरेन्द्र प्रसाद गुप्ता, केन्द्रीय कमेटी सदस्य भाकपा-माले।

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