फर्जी मुकदमे में प्रसाद यादव की हुई गिरफ्तारी- विधायक
गौनहां-मैनाटाड़ पुलिस की भूमिका संदिग्ध, विधायक के आवेदन पर भी जांच क्यों नहीं?-भाकपा-माले
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट!
गौनाहा/मैनाटा़ड( पश्चिमी चंपारण) झूठे मुकदमे में भाकपा माले नेता प्रसाद यादव की गिरफ्तारी पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए भाकपा-माले केन्द्रीय कमेटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि गौनहां-मैनाटाड़ की पुलिस कानून के हिसाब से काम नहीं कर रही हैं, इतना ही नहीं गौनहां-मैनाटाड़ पुलिस की भूमिका को संदिग्ध हालात में देखते हुए वरीय अधिकारी को आवेदन देकर जांच की मांग किया था, मगर अभी तक कुछ भी जांच नहीं हुआ। पुलिस मनमानी करते जा रही है।
पुलिस सिस्टम पर सवाल उठाते हुए कहा कि पुलिस – भू-माफिया का गठजोड़ क़ायम हो गया है, जिस के बल पर गरीबों को जमीन से बेदखल किया जा रहा है। जिसका ताजा उदाहरण है मैनाटाड़ के सिंहपुर, बेलवा टोली आदि
आगे माननीय श्री विधायक ने कहा कि जिस गौनहां थाना कांड संख्या 147/23 में प्रसाद यादव की गिरफ्तारी हुई है वह 100% झूठा मुकदमा है, मामला मनडीहां में पुराने केश में पुलिस गिरफ्तार करने गई थी, वहां जनता और पुलिस में झड़प हुई, इस पुरे मामले में शेरपुर सिरिसिया के भाकपा-माले नेताओं कार्यकर्ताओं का कोई लेना देना नहीं था ,पर शेरपुर सिरिसिया के जमींदारी सोच वाले जो लोग हैं कैसे चुप चाप बैठते, अपनी ताकत का इस्तेमाल कर पुलिस से मिलीभगत कर माले कार्यकर्ताओं पर झूठे मुकदमा दर्ज करा दिया, वरीय अधिकारियों को बार – बार आवेदन देकर सही तथ्यों का जांच की मांग किया गया था पर को जांच नहीं हुई, और न जांच करने की जरूरत पड़ी है, अंतोगत्वा माले नेता को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है, जिसका कड़ी शब्दों में निन्दा किया।