पश्चिम चम्पारण जिले में भारी वर्षापात एवं वज्रपात को लेकर हाई अलर्ट।

पश्चिम चम्पारण जिले में भारी वर्षापात एवं वज्रपात को लेकर हाई अलर्ट।

Bettiah Bihar

 

  • अत्यधिक वर्षापात एवं वज्रपात की संभावना के मद्देनजर लगातार माईकिंग कराकर लोगों को करें सतर्क : जिलाधिकारी।
  • अनावश्यक रूप से घरों से बाहर नहीं निकले जिलेवासी।
  • नदियों के जलस्तर, तटबंधों/घाटों की सतत निगरानी करने का निदेश।

बेतिया न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान

भारत मौसम विज्ञान विभाग, बिहार एवं आपदा प्रबंधन विभाग, बिहार द्वारा पश्चिम चम्पारण जिले में 28 अगस्त तक भारी वर्षापात एवं वज्रपात होने का हाई अलर्ट जारी किया गया है। साथ ही नेपाल में 30 अगस्त तक भारी बारिश की संभावना व्यक्त की गई है। नेपाल में लगातार हो रही भारी बारिश होने के कारण गंडक सहित जिले की अन्य नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी की संभावना बनी हुई है।

जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने भारी वर्षापात एवं वज्रपात के प्रभाव से निपटने हेतु जिला आपदा प्रभारी पदाधिकारी, प्रखण्ड विकास पदाधिकारी, अंचलाधिकारी, एसडीआरएफ को अलर्ट मोड में रहकर ऐहतियातन सभी आवश्यक कार्रवाई करने का निदेश दिया गया है। सभी अनुमंडल पदाधिकारी को उक्त कार्य का सतत अनुश्रवण एवं लगातार समीक्षा करने हेतु निदेशित किया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि 28 अगस्त तक पश्चिम चम्पारण जिले में अत्यधिक वर्षापात, वज्रपात एवं नदियों के बढ़ते जलस्तर से बचाव हेतु सभी आवश्यक तैयारियां अपडेट रखी जाय। उन्होंने आपदा प्रबंधन से संबंधित पदाधिकारियों को निदेश दिया कि ऐहतियातन दियारावर्ती, सीमावर्ती एवं गंडक नदी के आसपास रहने वाले निवासियों को सतर्कतापूर्वक आवागमन करने एवं सुरक्षित स्थलों पर वास करने की जानकारी मुहैया करायी जाय। इन स्थलों पर माईकिंग के द्वारा सभी निवासियों को अलर्ट रहने एवं सुरक्षित स्थलों पर सतर्कतापूर्वक वास करने को कहा जाय। साथ ही सभी संबंधित पदाधिकारी अत्यधिक वर्षापात, वज्रपात के समय हर परिस्थिति से निपटने हेतु पूरी तरह अलर्ट मोड में रहें।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता तटबंधों/घाटों पर पूरी सतर्कता एवं आवश्यक संसाधनों के साथ पेट्रोलिंग करते रहेंगे। उन्होंने अधिकारियों को निदेश दिया कि पेट्रोलिंग के क्रम में प्राप्त छोटी-छोटी जानकारियां भी अविलंब प्रतिवेदित करेंगे ताकि ससमय उसका निराकरण किया जा सके। जिलाधिकारी ने कहा कि जिन स्थानों पर कटाव की संभावना ज्यादा है वहाँ पर्याप्त मात्रा में सभी सुरक्षात्मक सामग्रियां उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे।

उन्होंने कहा कि गंडक बराज द्वारा साढ़े तीन लाख क्यूसेक से ज्यादा पानी डिस्चार्ज किया है जिससे नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ते जा रहा है। अत्यधिक वर्षापात के कारण और भी अधिक पानी डिस्चार्ज होने की संभावना है। सभी बीडीओ, सीओ, कार्यपालक अभियंता, कनीय अभियंता तथा अन्य पदाधिकारी पूरी सतर्कता के साथ तटबंधों का लगातार निरीक्षण करते रहेंगे।

जिलाधिकारी द्वारा अधिकारियों को निदेश दिया गया है कि अत्यधिक वर्षापात, वज्रपात के मद्देनजर सभी संवेदनशील पंचायतों में राहत शिविरों, सामुदायिक रसोई घरों का संचालन करने हेतु सभी तैयारियां अपडेट रखी जाय। साथ ही पर्याप्त संख्या में उच्च कोटि के नावों की व्यवस्था सुनिश्चित करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। उन्होंने कहा कि नावों के परिचालन हेतु मार्ग का निर्धारण पूर्व में ही कर लेना आवश्यक है तथा यह सुनिश्चित किया जाय कि नावों पर क्षमता से अधिक सामान एवं यात्रियों को नहीं बैठाया जाय। उन्होंने सख्त हिदायत दिया कि किसी भी परिस्थिति में अनाधिकृत रूप से नावों का परिचालन नहीं हो, इसका विशेष ध्यान रखा जाय। साथ ही सभी अंचलाधिकारियों को नाव, नाविकों सहित बचाव के अन्य संसाधनों आदि की समुचित व्यवस्था करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।

बेतिया नगर निगम के आयुक्त सहित सभी नगर निकायों के कार्यपालक पदाधिकारी को निदेश दिया गया है कि भारी बारिश, तेज आँधी, वज्रपात के मद्देनजर शहरी क्षेत्रों में जन-जीवन सामान्य बनाये रखने के लिए सभी संसाधनों को अपडेट रखेंगे तथा सभी अधिकारियों को अलर्ट मोड में रखेंगे। जिला आपदा प्रभारी को निदेशित किया गया कि एसडीआरएफ की टीम को सभी आवश्यक संसाधनों के साथ पूरी तरह अलर्ट मोड में रखना सुनिश्चित करेंगे ताकि विषम परिस्थिति में जान-माल की सुरक्षा की जा सके।

कार्यपालक पदाधिकारी, विद्युत विभाग को आंधी-तूफान के दौरान बिजली पोलों, तारों पर पैनी नजर बनायें रखने को कहा गया है। अगर कोई बिजली पोल या तार क्षतिग्रस्त होता है तो अविलंब उसकी मरम्मति कर बिजली आपूर्ति सुचारू करें। साथ ही टीम का गठन कर जिले के सभी बिजली तारों एवं पोलों का मुआयना करने का भी निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। सड़क निर्माण से जुड़े सभी कार्यपालक अभियंताओं को निदेश दिया गया कि सभी पथों/पहुँच पथों की सतत निगरानी की जाय। नदी के कटाव, अत्यधिक वर्षापात से क्षतिग्रस्त सड़कों/पहुँच पथों की मरम्मति अविलंब कराना सुनिश्चित करें।

जिलाधिकारी द्वारा जिलेवासियों से अपील की गयी है कि अनावश्यक रूप से घर से नहीं निकलें। भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा भारी वर्षापात एवं वज्रपात को लेकर जारी अलर्ट को अत्यंत ही गंभीरता से लें। जिलेवासी उचित सावधानी एवं सुरक्षा के उपाय बरतें। बिजली चमकने या गड़गड़ाहट की आवाज सुनाई देने के बाद किसान तथा नागरिक पक्के घर में शरण लें। तटवर्ती एवं निचले इलाकों में निवास करने वाले व्यक्ति इस दौरान सुरक्षित स्थलों पर चले जाएं। घरों में रहें, अपने तथा अपने परिवार के बचाव हेतु सतर्क रहें। अनावश्यक यात्रा से बचें, अतिआवश्यक कार्यवश निकलने पर पूरी सतर्कता बरतें। वर्षापात एवं वज्रपात के दौरान अपने बच्चों को घरों में रखें, उन्हें बाहर नदी, तालाब, पोखरा, गड्ढ़़ा की ओर नहीं जाने दें। किसान अपने मवेशियों को खुले में नहीं बांधे, सुरक्षित स्थलों पर रखें।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *