खबर का तीसरे दिन दिखा असर!
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
लौरिया ( पच्छिम चम्पारण) लौरिया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा दिलीप कुमार ने एक कमिटी का गठन कर करीब आधा दर्जन अवैध नर्सिंग होम , क्लीनिक और अल्ट्रासाउंड का निरीक्षण किया। निरीक्षण के खबर से अवैध क्लीनिक के कर्मियों के बीच हडकंप मच गया। कुछ नर्सींग होम ताला लगाकर फरार हो गये।प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी ने बताया कि सबसे पहले मां भवानी हेल्थ सेंटर में गये। वहाँ स्थित मां भवानी अल्ट्रासाउंड में कोई चिकीत्सक नही था और अल्ट्रासाउंड हो रहा था। उसी कैम्पस में स्थित दवाखाना में हमारे फर्मासिस्ट द्वारा दवा दुकान के लाइसेंस की मांग की गयी तो दुकानदार देने में असमर्थ रहे। उस अस्पताल में करीब सात रोगियों का शल्य क्रिया हुआ था जिसमे एक अपेन्डीक्स का और छः बच्चेदानी का औपरेशन वाला मरीज था जबकि डाक्टर फरार था। मरीजो के देखरेख के लिये कोई योग्य कर्मी उपस्थित नहीं था। वही अपना हेल्थ केयर सेंटर मे 10मरीजों का शल्य क्रिया किया गया था जिसमे डा विकाश कुमार ने फोन कर बताया कि मरीजों का ऑपरेशन उन्होंने किया है। वहां ओटी असिस्टेंट ए एन एम और ड्रेसर सहित सभी कर्मी उपस्थित रहे। सबका सर्टीफिकेट चेक किया गया।इसके बाद टीम अपोलो अस्पताल में पहुंची वहाँ मरीज और डाक्टर भी नहीं था। इन सभी जगहो पर चिकीत्सीय प्रमाण पत्र पारा मेडीकल व नर्सींग होम का निबंधन प्रमाण पत्र दो दिनो के अंदर हर हाल में देने की मांग की गयी। जांच टीम में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा दिलीप कुमार, चिकित्सा पदाधिकारी डा आई हक , चिकित्सा पदाधिकारी डा जितेन्द्र काजी , स्वास्थ्य प्रबंधक राहुल सिंह , फर्मासिस्ट मनीष कुमार व राकेश कुमार शामिल रहे।