बिहार दिवस पर स्कूली बच्चों ने निकाली प्रभातफेरी।
लौंरिया से राजा मिश्रा के सहयोग से बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
लौरिया(पच्छिम चम्पारण)
113वॉ बिहार स्थापना दिवस को लेकर शनिवार को लौरिया के बी.के.जी. कन्या उच्च विद्यालय के प्रधानाध्यापक डॉ धनवीर यादव के नेतृत्व में प्रभात फेरी निकाला गया। इसी कड़ी में स्कूली बच्चों ने जन जन का यह नारा,बिहार हमारा सबसे प्यारा,बिहार दिवस मनाएंगे। घर-घर दीप जलाएंगे आदि नारे लगाए।
डॉ धनवीर यादव ने हरी झंडी दिखाकर प्रभातफेरी को रवाना किया।उन्होंने स्कूल में बच्चों को संबोधित करते हुए बताया कि 22 मार्च बिहार के लिए खास होता है। 22 मार्च 1912 को बिहार संयुक्त बंगाल से अलग होकर एक अलग राज्य के रूप में अस्तित्व में आया था। 2005 में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जब बिहार में सत्ता संभाली तो उन्होंने 22 मार्च को बिहार दिवस मनाने का ऐलान किया। बिहार का नाम आते ही सबसे पहले इसकी ऐतिहासिक विरासत का स्मरण होता है।
यह वही भूमि है जहां महात्मा बुद्ध को पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान की प्राप्ति हुई थी और जहां भगवान महावीर ने निर्वाण प्राप्त किया था। यह वही प्रदेश है जिसने महान गणितज्ञ और खगोलशास्त्री आर्यभट्ट को जन्म दिया। वहीं दशमलव प्रणाली में शून्य का प्रयोग कर गणित जगत में क्रांतिकारी योगदान दिया।
बिहार का इतिहास अपनी समृद्ध विरासत के कारण आज भी विश्वभर में प्रसिद्ध है।
वहीं प्रभात फेरी प्रखंड परिसर से शुरू हुई और यह ब्लॉक चौक थाना रोड बाजार और प्रभु चौक होते हुए बी.के.जी. कन्या विद्यालय तक पहुंची। इसमें स्कूलों के बच्चे और शिक्षक अरुण कुमार, निराला बबलू राव, हरिमोहन यादव, अनुराधा दीपंकर, विजय प्रसाद, राहुल यादव, मनुमणि त्रिपाठी, जनार्दन राव, अश्वनी कुमार त्रिपाठी, वेद प्रकाश, अरविंद यादव, राहुल कुमार सहित भारी संख्या छात्राएं शामिल हुए।