22 साल बाद नक्सली महिला मीनाक्षी हुई गिरफ्ता, डायनामाइट से उडाने की साजिश में चल रही थी फरार।
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
रामनगर/बेतिया(पच्छिम चम्पारण)
वर्ष 2003 की बड़ी नक्सली साजिश में शामिल,मीनाक्षी गोवर्धना थाना क्षेत्र के चंपापुर गांव की रहने वाली बताई गई है,वर्ष 2003 में बड़ी नक्सली साजिश में गोवर्धना थाने पर हमला कर डायनामाइट से पूरी इमारत को उड़ाया था, इस घटना ने पूरी राज्य में सनसनी फैला दी थी,इस मामले में कुल 27 नक्सलियों पर केस दर्ज हुआ था,जिसमें मीनाक्षी भी प्रमुखआरोपी थी। घटना के बाद से ही वह फरार चल रही थी। पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि मीनाक्षी लौकरियां थाना क्षेत्र के सुंदरपुर गांव में छिपी हुई है, इसके बाद एसटीएफऔर स्थानीय पुलिस की टीम ने गुप्त छापेमारी कर उसे 22 साल बाद उसके मायके सुंदरपुर गांव से गिरफ्तार किया गया। थानाअध्यक्ष,रामानंद प्रसाद ने संवाददाता को बताया कि मीनाक्षी की गिरफ्तारी लंबे समय से पुलिस के लिए बड़ी चुनौती बनी हुई थी,उसे जल्द ही न्यायालय में पेश किया जाएगा।पुलिसअधिकारी ने इस नक्सली नेटवर्क के खिलाफ बड़ी सफलता बताई है।2003 की यह घटना राज्य की प्रमुख नक्सली घटनाओं में से एक मानी जाती है,जिसे सरकार और सुरक्षा एजेंसी को झकझोर कर रख दिया था। पुलिसअधिकारियों ने संवाददाता को बताया कि इस गिरफ्तारी से पुलिस मोहकमें ने चैन की सांस ली है,इस नक्सली हमला की मुख्य आरोपी,मीनाक्षी की तलाश पुलिस चुपके-चुपके लगातार कर रही थी,यह गिरफ्तारी पुलिस की निरंतर निगरानी खुफिया तंत्र की सफलता मानी जा रही है।