रामनगर लूटकांड में पुलिस की लापरवाही पर एसपी की बड़ी कार्रवाई चार पुलिसकर्मी लाइन हाजिर
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
रामनगर(पच्छिम चम्पारण)
रामनगर थाना क्षेत्र में तीन दिन पूर्व घटित लूटकांड (केस संख्या 380/25) में एक अभियुक्त के थाने से फरार होने के मामले में पुलिस प्रशासन पर बड़ी गाज गिरी है।
बगहा पुलिस अधीक्षक सुशांत कुमार सरोज ने इस गंभीर लापरवाही को संज्ञान में लेते हुए रामनगर के अपर थाना अध्यक्ष सतीश कुमार, थाना मैनेजर सतीश कुमार, एएसआई गौतम कुमार और एसआई शैलेन्द्र कुमार को तत्काल प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है।
घटना का विवरण हथियार लेकर घर में घुसे थे चोर
घटना तीन दिन पहले की है।
रामनगर थाना क्षेत्र के एक मोहल्ले में रात के अंधेरे में दो चोर हथियार से लैस होकर चोरी की नियत से एक घर में घुस आए। चोरों ने पहले घर का दरवाजा तोड़ा और भीतर प्रवेश किया।
गृहस्वामी व उनके परिवार ने जब इसका विरोध किया, तो चोरों ने उन पर चाकू से हमला कर दिया, जिसमें गृहस्वामी और उनकी पत्नी गंभीर रूप से घायल हो गए।
गांव वालों की मदद से एक चोर पकड़ा गया
घटना के बाद अफरातफरी मच गई। घायल परिजनों को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया। वहीं, ग्रामीणों और पुलिस की तत्परता से एक चोर को धर दबोचा गया और उसे पुलिस थाना लाया गया।
थाने से फरार हो गया चोर, लापरवाही भारी पड़ी
थाना लाए गए अभियुक्त को पुलिस कस्टडी में रखा गया था।
लेकिन लापरवाही का आलम यह था कि आरोपी थाने के शौचालय की खिड़की से पुलिस को चकमा देकर फरार हो गया।
इस चौंकाने वाली चूक ने पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए।
एसपी ने की सख्त कार्रवाई
घटना की जानकारी मिलते ही बगहा एसपी सुशांत कुमार सरोज ने जांच शुरू कराई और प्रथम दृष्टया लापरवाही सामने आने पर चार पुलिसकर्मियों को लाइन हाजिर कर दिया।
उनमें थाना के अपर अध्यक्ष, थाना मैनेजर, एक एसआई और एक एएसआई शामिल हैं।
SP बोले “लापरवाही बर्दाश्त नहीं”
इस कार्रवाई के बाद एसपी सुशांत कुमार सरोज ने स्पष्ट शब्दों में कहा,
“कानून व्यवस्था से खिलवाड़ और पुलिस ड्यूटी में कोताही को किसी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषी चाहे कोई भी हो, कार्रवाई तय है।”
ग्रामीणों ने जताई नाराजगी, उठी सवालों की बौछार
घटना से आक्रोशित स्थानीय लोगों ने पुलिस प्रशासन की सुरक्षा व्यवस्था और कार्यशैली पर सवाल खड़े किए हैं।
लोगों का कहना है कि जब थाना ही सुरक्षित नहीं है, तो आम जनता कैसे सुरक्षित रहेगी?