बिहार एम्बुलेंस कर्मियों की ऐतिहासिक जीत : कुशल श्रमिक का दर्जा, ओवरटाइम का हक और 5 लाख का बीमा।
बेतिया से वकीलुर रहमान खान की ब्यूरो रिपोर्ट।
बेतिया(पच्छिम चम्पारण)
पश्चिम चम्पारण जिले में बिहार एम्बुलेंस कर्मचारी संघ की कोर कमिटी की बैठक बलिराम भवन के सभागार में संघ के अध्यक्ष सुनील राम की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। इस बैठक में हड़ताल के दौरान कर्मचारियों और जेन प्लश कंपनी के बीच हुई वार्ता पर विस्तृत चर्चा की गई और इसे कर्मचारियों की बड़ी जीत करार दिया गया।
संघ नेताओं ने बताया कि अब कंपनी ने एम्बुलेंस कर्मियों को कुशल श्रमिक का दर्जा देने की सहमति जताई है। इसके साथ ही मोटर व्हीकल एक्ट 1961 को भी मान्य किया गया है, जिसके तहत सप्ताह में 54 घंटे से अधिक काम नहीं लिया जा सकता। यदि किसी कर्मचारी से अधिक काम लिया जाएगा तो उसे ओवरटाइम की दर से भुगतान करना अनिवार्य होगा। यह निर्णय कर्मचारियों की लंबे संघर्ष का नतीजा है।
इसके अलावा समझौते के तहत सभी एम्बुलेंस कर्मचारियों को 5 लाख रुपये का ग्रुप बीमा मिलेगा। साथ ही 1 अक्टूबर से प्रत्येक कर्मचारी को प्रतिदिन 545 रुपये मजदूरी का भुगतान किया जाएगा। इन उपलब्धियों को संघ ने एक ऐतिहासिक जीत बताया।
बैठक के दौरान जीत की खुशी में कर्मचारियों ने एक-दूसरे को माला पहनाई और मिठाई बांटकर जश्न मनाया। इस अवसर पर एटक प्रभारी ओम प्रकाश क्रांति को शाल ओढ़ाकर सम्मानित किया गया। उन्होंने भी कर्मचारियों को माला पहनाकर बधाई दी और संगठन को मजबूत करने की अपील की। उन्होंने कहा कि अधिक से अधिक एम्बुलेंस कर्मचारियों को संगठन से जोड़ना जरूरी है, ताकि भविष्य में भी ऐसे अधिकारिक संघर्ष सफल हो सकें।
बैठक में यह भी खुलासा हुआ कि हड़ताल के बाद काम पर लौटे कई कर्मचारियों को कंपनी के कुछ अधिकारियों द्वारा प्रताड़ित किया जा रहा है। संघ नेताओं ने इस पर तीखी प्रतिक्रिया दी और कहा कि यदि कंपनी का कोई भी अधिकारी पश्चिम चम्पारण या बिहार के किसी भी जिले में एम्बुलेंस कर्मियों को निशाना बनाकर प्रताड़ित करेगा तो इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। ओम प्रकाश क्रांति ने चेतावनी देते हुए कहा कि कंपनी की “फूट डालो और शासन करो” की नीति सफल नहीं होगी और यदि अधिकारियों ने गुटबाजी या अवैध गतिविधियों का सहारा लिया तो उसका भंडाफोड़ कर दिया जाएगा।
हड़ताल के दौरान कंपनी के दोनों एसीओ लगातार कर्मचारियों को बरगलाने और हड़ताल तोड़ने की कोशिश में लगे रहे, लेकिन उनकी कोई चाल सफल नहीं हो सकी। बाद में कंपनी के OM को बुलाकर भी कर्मचारियों में फूट डालने की साजिश की गई, लेकिन कर्मचारियों की एकजुटता के सामने कंपनी की हर रणनीति नाकाम हो गई। यही वजह है कि हड़ताल सफल रही और कर्मचारी अपनी मांगों को मनवाने में कामयाब रहे। अब वही अधिकारी हड़ताल का नेतृत्व करने वाले कर्मचारियों को प्रताड़ित करने की कोशिश कर रहे हैं, जिसे संघ ने गंभीर चेतावनी के साथ खारिज कर दिया।
बैठक में अंत में यह निर्णय लिया गया कि सभी कर्मचारी ईमानदारीपूर्वक अपनी ड्यूटी निभाएं और किसी के बहकावे में न आएं। संगठन की ताकत और एकजुटता ही कर्मचारियों की जीत की कुंजी है।
बैठक में जिला सचिव आदर्श मणि, संजीत सिन्हा, विक्रमा प्रसाद, परमेश कुमार, सुरेंद्र प्रसाद, राजेश कुमार, ग्यासुद्दीन बैठा, राकेश कुमार सिंह, गोविंद पटेल, अंकित राज, विजय राम, मुकेश प्रसाद, ओम प्रकाश कुमार, आजाद आलम, धर्म प्रकाश शर्मा, भीम कुमार यादव, अमित तिवारी सहित जिले के सभी प्रखंडों से आए प्रतिनिधि बड़ी संख्या में मौजूद रहे।