घोड़ासहन/ पूर्वी चंपारण:- बिहार जाति आधारित गणना 2022 (बिहार सरकार) के तत्वधान में मंगलवार को प्रखंड कार्यालय घोड़ासहन में प्रथम प्रशिक्षण का किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत प्रखंड विकास पदाधिकारी श्री बिंदु कुमार के द्वारा विधिवत रूप से दीप प्रज्ज्वलित करके किया गया। उन्होंने बताया कि आजादी के बाद पहली बार जाति आधारित गणना की जा रही है,इसके पूर्व अंग्रेज़ी शासन के समय 1931 ई. में कराया गया था ।
Reपूनः 1941 में जाति के आधार पर जनगणना तो हुई थी, लेकिन इसके आंकड़ें सार्वजनिक नहीं किए गए।
यह बिहार सरकार की एक महत्वपूर्ण कार्य है अतएव इसे गंभीरता से लेते हुए बारीकी से कार्य करना होगा। जाति आधारित जनगणना दो चरणों में की जाएगी। प्रथम चरण में मकान नम्बरीकरण एवं संक्षिप्त मकान सूची निर्माण कार्य किया जाएगा इसके लिए 07/01/2023 से 21/01/2023 तक का समय निर्धारित किया गया है।
उक्त प्रशिक्षण में प्रशिक्षक के रूप में अजय कुमार राम, शाह अकबर, जालंधर पटेल,मुकेश कुमार, रमाकांत ठाकुर, नुरुल होदा ने अपने-अपने कर्तव्यों का निर्वहन किए।
प्रथम चरण के प्रशिक्षण में प्रखंड के भिन्न-भिन्न विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों से आये हुए शिक्षक/शिक्षिकाओं ने भाग लिया । इसमें अभिषेक कुमार, नूरमोहम्मद, राकेश कुमार, अर्जुन कुमार, गौतम पासवान,रवि कुमार रंजन, हबीबुल्लाह अंसारी,रुस्तम आलम,गौतम कुमार, रामनिवास कुमार, संजीत कुमार, ओमप्रकाश भारती, मनोज कुमार , प्रेमचंद्र प्रसाद, पूनम सक्सेना, किरण कुमारी, विनोद कुमार, मेहरून नेशा, कृष्णा देवी, इंदिरा जायसवाल, सरोज सिन्हा इत्यादि सैकडों शिक्षक/शिक्षिकाओं ने भाग लिया।