नीतीश कुमार द्वारा चलाए जा रहे समाधान यात्रा, न्याय यात्रा से समाधान यात्रा तक।

नीतीश कुमार द्वारा चलाए जा रहे समाधान यात्रा, न्याय यात्रा से समाधान यात्रा तक।

Bihar West Champaran

सीएम नीतीश कुमार की समाधान यात्रा उनकी 14वीं यात्रा हैं। हम इस लेख के जरिए जानने की कोशिश करेंगे की कौन सा यात्रा कब हुआ? और इसका असर राजनीति में क्या रहा? जनता में यात्रा का क्या प्रभाव देखने को मिला? किस यात्रा का क्या उद्देश्य था? ये सभी यात्राएं कब हुई?
चलिए हम पहले नीतीश कुमार की वर्तमान मे हो रही समाधान यात्रा पर बात करते हैं.फिर हम इनके पिछले 13 यात्राओं पे बात करेंगे

14.समाधान यात्रा :-
CM नीतीश कुमार ने पिछले 17 वर्षों में 14 यात्राओं के दौरान जनता के बीच जाकर सरकार की उपलब्धियों को गिनाया तो वही दूसरी ओर जनता के मूड को भांपकर राजनीति कर के इसकी भरपूर फायदा उठाते हुए पिछले 17 वर्षों से वह बिहार के CM बने हुए हैं। नीतीश कुमार अभी समाधान यात्रा पर हैं। जिनकी शुरुआत के लिए उन्होंने बापू के कर्म स्थली स्वरुप पश्चिम चंपारण को चुना। 5 जनवरी गुरुवार को वह पहले दिन पश्चिमी चंपारण पहुंचे यहां से उनकी यात्रा शुरू हुई यह यात्रा पहले चरण में 18 जिलों को कवरेज करेगी।उसके बाद फिर दूसरे चरण में 20 जिला की यात्रा करेंगे।

इस यात्रा में नीतीश कुमार जनता से सीधे मुखातिब नहीं होंगे। जिसको लेकर विपक्ष पूरी तरह से हमलावर हो गई है. विपक्ष के बीजेपी ने इसी का फायदा उठाते ही समाधान यात्रा को व्यवधान यात्रा बताया और कहा कि नीतीश कुमार को जनता के बीच जाने से डर लगता है। बीजेपी उन पर जनता से डरने का आरोप लगाया वहीं सीएम नीतीश कुमार ने यात्राओं का रिकॉर्ड बनाया है इससे पहले वह 1.न्याय यात्रा, 2.विकास यात्रा 3.धन्यवाद यात्रा 4.प्रवास यात्रा 5.विश्वास यात्रा 6.सेवा यात्रा 7.अधिकार यात्रा 8.संकल्प यात्रा 9.संपर्क यात्रा 10.निश्चय यात्रा 11.विकाश कार्यो की समीक्षा यात्रा 12.जल जीवन हरियाली यात्रा और 13.समाज सुधार यात्रा अब तक ये सभी यात्रा कर चुके हैं।

1. न्याय यात्रा:-
नीतीश कुमार 2 जुलाई 2005 से न्याय यात्रा पर निकले थे इस यात्रा के बाद नवंबर में हुए विधानसभा चुनाव के बीजेपी के साथ मिलकर जीता और सरकार बनाई थी। लेकिन सच तो ये है कि आज तक किसी गरीब को न्याय नहीं मिला है।

2.विकास यात्रा:-
नीतीश कुमार 9 जनवरी 2009 से यात्रा पर निकले इस दौरान उन्होंने पिछले 4 साल में किए कार्यों को जनता को बता कर 2010 में भी सरकार बनाने में कामयाब रहें।

3.धन्यवाद यात्रा:-
लोकसभा चुनाव के बाद नीतीश कुमार 17 जून 2009 से यात्रा पर निकले थे। धन्यवाद यात्रा जो सरकारी नहीं बल्कि राजनीति यात्रा थी। जिसमें नीतीश कुमार इस दौरान बिहार के जनता को लोकसभा में एनडीए के पक्ष में वोट देने के लिए धन्यवाद कह रहे थे।

4. प्रवास यात्रा:-
25 दिसंबर 2009 से सीएम नीतीश कुमार जिले में चल रहे विकास योजनाओं की समीक्षा करने और समस्याओं को जानने के लिए प्रवास यात्रा पर निकले। इस यात्रा में जिले में प्रवास कर अधिकारियों की मौजूदगी में सभी विकास योजनाओं की समीक्षा की।

5.विश्वास यात्रा:-
CM नीतीश कुमार बिहार विधानसभा चुनाव से पहले 28 अप्रैल 2010 से विश्वास यात्रा पर निकले थे इस यात्रा के दौरान उन्होंने अपनी सरकार की उपलब्धियों और अपनी सरकार के प्रति विश्वास बढ़ाने के लिए यात्रा की थी।

6.सेवा यात्रा:-
नीतीश कुमार 9 नवंबर 2011 को सेवा यात्रा पर निकले इसमें लोगों को शुक्रिया अदा किया उन्होंने कहा कि बिहार की जनता एक बार और सेवा का मौका दिया है तो फिर हम सेवा करेंगे।

7.अधिकार यात्रा:-
सीएम नीतीश कुमार 19 सितंबर 2012 से अधिकार यात्रा पर निकले इस यात्रा में जनता को आश्वासन दिया कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिलाने की बात कही थी।

8. संकल्प यात्रा:-
2014 आते-आते नीतीश कुमार बीजेपी के साथ संबंध अच्छे नहीं रहे मोदी के लेकर दोनों पार्टियों के बीच खटास आ गई थी. इसके बाद 2014 लोकसभा चुनाव बीजेपी से अलग होकर लड़ा जिसके बाद लोकसभा चुनाव में जेडीयू को हार का सामना करना पड़ा।

9.संपर्क यात्रा:-
लोकसभा चुनाव हारने के बाद नीतीश कुमार 13 नवंबर 2014 से एक बार फिर बिहार यात्रा पर निकले इस यात्रा के दौरान नीतीश कुमार लोगों से उनके प्रति क्या राय है यह जानने के लिए निकले थे. यह यात्रा राजनीति यात्रा थी कहा जाता है कि नीतीश कुमार ने हार की वजहों की जानने के लिए यह यात्रा किया था।

10.निश्चय यात्रा:-
यह यात्रा 9 नवंबर 2016 से नीतीश कुमार अपनी सरकार की तमाम जनकल्याणकारी योजनाएं जिसमें मुख्य रुप से सात निश्चय शामिल था. उसका समीक्षा करने के लिए निश्चय यात्रा पर निकले हुए थे।

11.विकाश कार्यो की समीक्षा:-
इस यात्रा की शुरुआत 29 दिसंबर 2017 से नीतीश कुमार ने किया था। इस यात्रा का मकसद था कि हर गांव में पक्की सड़क और नाली एवं हर घर में पहुंचे नल जल की पानी इस यात्रा का जमीनी स्तर पे काफी असर देखने को मिला।

12 जल जीवन हरियाली यात्रा:-
3 दिसंबर 2019 से CM नीतीश कुमार जल जीवन हरियाली यात्रा पर निकले इसमें लोगों को पर्यावरण के प्रति जागरूक करना था। लेकिन हर बार की तरह इस यात्रा की भी बड़ी राजनीति थी सामने 2020 का विधानसभा चुनाव था। इस यात्रा के जरिए जनता की मूड जानने की कोशिश की गई थी। नीतीश कुमार ने इसके बाद फिर बीजेपी के साथ मिलकर अपनी सरकार बनाई ।
हालांकि बीजेपी के साथ तालमेल ना मिलने के बाद नीतीश कुमार ने RJD के साथ 8वीं बार शपथ लेकर अपनी सरकार बनाई।

13.समाज सुधार यात्रा:-
नीतीश कुमार ने समाज सुधार यात्रा की शुरुआत कोरोना काल किया था। जिसका मुख्य कारण थे जैसे शराबबंदी,बाल विवाह,दहेज प्रथा सहित समाज मे फैली बुरी आदतों के खिलाफ यात्रा की थी। कोरोना काल के बीच हुए इस यात्रा में CM नीतीश कुमार ने खासकर शराब बंदी के प्रति लोगों को जागरूक किया था।

इन सभी यात्राओं से जमीनी स्तर पर कुछ ज्यादा फायदा देखने को नहीं मिला। लेकिन नीतीश कुमार की राजनीति में भरपूर फायदा देखने को मिला जो कि एक के बाद एक 17 साल तक सत्ता में रहे यह एक बड़ा रिकॉर्ड है। अब तक कोई भी बिहार में 17 साल तक सीएम नहीं रहे हैं। इसके बावजूद इनके नाम पर दो और भी बड़े रिकॉर्ड दर्ज हैं। एक तो 22 साल में 8वीं बार शपथ लेना वही दूसरा 14 वीं बार बिहार के दौरा पर जाना यह एक अपने आप में बड़ा रिकॉर्ड है।

नीतीश कुमार यह सभी यात्राएं तीन दिशाओं में आपने किया न्याय कार्य और समाधान। लेकिन आपने कभी शिक्षा पर यात्रा नहीं किया है। आप 15वीं यात्रा शिक्षा पर करें बिहार में हो रही शिक्षा में भ्रष्टाचार को सुधारें। पूरे भारत में बिहार एक ऐसा राज्य है जहां 3 साल के कोर्स 4-5 साल में कराए जाते हैं। एक बार आप शिक्षा यात्रा निकालकर शिक्षा को सुधारें। जिससे युवाओं का भविष्य जो बड़ी संख्या में बर्बाद हो रही है उनको रोकें। समय पर सेशन पुरा कराएं। जैसे कि आपने जिन जिन चीजों पर यात्रा की उसमें थोड़ी बहुत सुधार देखने को मिली है। वैसे ही आप शिक्षा पर शिक्षा यात्रा निकालकर शिक्षा क्षेत्र में बदलाव करें। यह आपकी 15 वीं यात्रा होगी और बिहार में शिक्षा के लिए कम से कम 5 से 6 सेंट्रल यूनिवर्सिटी को लाने की कोशिश करें। जिनसे की बिहार शिक्षा के क्षेत्र में भी बड़े स्तर पर बदलाव कर सके।

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