श्रम की गरिमा को समझते हुए प्रवासी व्यक्तियों के हुनर को निखारने का निदेश
ब्यूरो रिपोर्ट=वकीलुर रहमान खान, बेतियाः जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि कोरोना महामारी को लेकर आज पूरा विश्व त्रासदी झेल रहा है। हमारे देश, राज्य में भी बहुत सारी परेशानियों का सामना लोग कर रहे हैं। जिले के प्रवासी श्रमिक या अन्य व्यक्ति जो बाहर के राज्यों में कार्य करते हैं, वे भी बड़ी संख्या में जिले में पहंुच रहे हैं।
इन व्यक्तियों को इसी जिले में उनके हुनर के अनुसार कार्य मिलें, इस हेतु सभी अधिकारियों को श्रम की गरिमा समझते हुए समग्र रूप से कार्य करना होगा। वे समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि एक टीम बनकर इन व्यक्तियों के उत्थान के लिए कार्य करने की आवश्यकता है ताकि इनको इसी जिले में रोजगार उपलब्ध करायी जा सके। बाहर से आ रहे व्यक्तियों में कई सारे स्किल्ड हंै, अनस्किल्ड हैं, हाईली स्किल्ड हैं। इन सभी के हुनर को निखारने की आवश्यकता है।
हमसभी ऐसा प्रयास करें कि ये व्यक्ति इसी जिले में बेहतर कार्य कर जिले के विकास में अपना योगदान दें तथा अपना जीविकोपार्जन कर सकें। उन्होंने कहा कि जिले में स्किल गैप को भरने के लिए कार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जा रहा है। आवश्यकता पड़ने पर अनस्किल्ड व्यक्तियों को प्रशिक्षण भी दिलाया जायेगा।
जिलाधिकारी ने सभी इंजीनियरिंग विभागों को साल भर का लेबर बजट से संबंधित प्रतिवेदन जल्द से जल्द कार्यकारी विभाग को उपलब्ध कराने का निदेश दिया है। उन्होंने कहा कि विभिन्न तकनीकी विभागों द्वारा कराये जा रहे विकासात्मक एवं लोक कल्याणकारी कार्यों में स्थानीय राजमिस्त्री, पलंबर, प्लांट आॅपरेटर आदि को प्राथमिकता दी जाय।
उन्होंने संबंधित अधिकारियों को निदेश दिया कि जिले में जितने भी तंत्र हैं, जो रोजगार मुहैया कराते हैं, उनका एक डाटाबेस तैयार किया जाय तथा सभी तंत्रों से कार्य लिया जाय। उन्होंने उपस्थित विभिन्न विभागों के अधिकारियों से कहा कि जिले के विकास में सभी लोगों को अच्छे तरीके से अपने कर्तव्य का निवर्हन करना होगा।
इस अवसर पर उप विकास आयुक्त, श्री रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, कार्यपालक पदाधिकारी, नप, बेतिया, श्री विजय उपाध्याय, ओएसडी, श्री बैद्यनाथ प्रसाद, सहायक निदेशक, सामाजिक सुरक्षा कोषांग, डीपीएम, जीविका, श्री अविनाश कुमार, कार्यपालक अभियंता, पीएचईड पथ निर्माण विभाग, प्रबंधक, डीआरसीसी आदि उपस्थित रहे।