ब्यूरो रिपोर्ट, बेतिया सत्याग्रह रिसर्च फाउंडेशन के सचिव सह संयुक्त राष्ट्र संघ के वाणिज्य एवं सामाजिक परिषद के चेयरमैन डॉ एजाज अहमद (अधिवक्ता) ने भारत के जाने-माने अंतरिक्ष वैज्ञानिक, भारत के पूर्व राष्ट्रपति, भारत रत्न, स्वर्गीय एपीजे अब्दुल कलाम को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि आज ही के दिन 5 वर्ष पूर्व 27 जुलाई 2015 को हृदय गति रुकने से शिलांग में, एपीजे अब्दुल कलाम का निधन हो गया था! उनका सारा जीवन राष्ट्र के लिए समर्पित रहा !
एक वैज्ञानिक के रूप में उन्होंने सदैव ही भारत को विकसित राष्ट्र बनाने का हर संभव प्रयास किया !विजन इंडिया 2020 के अनुसार, उन्होंने भारत को एक विकसित राष्ट्र के रूप में सपना देखा था! इसरो एवं भारत के परमाणु कार्यक्रम में उनकी अहम भूमिका रही! भारत का परमाणु कार्यक्रम, सूचना प्रौद्योगिकी, अंतरिक्ष विज्ञान परमाणु इंधन एवं शांतिपूर्ण कार्यों के लिए रहा है !
देश के स्वतंत्रता के बाद से ही भारत ने अपने परमाणु कार्यक्रम को विश्व शांति एवं मानव जीवन को और भी सरल एवं सुलह बनाने के लिए जारी रखा है ताकि भारत समेत पूरे विश्व के लोगों को भारत के शांतिपूर्ण परमाणु कार्यक्रम से लाभ हो सके! इस अवसर पर बिहार विश्वविद्यालय के इतिहास विभाग के डॉ0 शाहनवाज अली ने देश के युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि डॉ एपीजे अब्दुल कलाम के जीवन दर्शन से नई पीढ़ी को प्रेरणा लेने की आवश्यकता है! उन्होंने युवाओं से आह्वान करते हुए कहा कि सूचना प्रौद्योगिकी एवं अंतरिक्ष विज्ञान मे आगे आए ताकि भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाया जा सके!