207 प्रशासनिक/तकनीकी पदाधिकारियों को जांच दल में किया गया शामिल।
अनियमितता बरतने वाले कर्मियों एवं जनप्रतिनिधियों के विरुद्ध होगी कड़ी कार्रवाई।
प्रखंड स्तर पर मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के अंतर्गत सम्पन्न एक-एक योजना की कराई जाएगी जांच।
जांच के दौरान पाई गई त्रुटि को सुधारने का दिया जाएगा एक अवसर।
ब्यूरो रिपोर्ट, वकीलुर रहमान खान बेतिया: जिलाधिकारी, पश्चिम चम्पारण, कुंदन के निदेश के आलोक में आज दिनांक-13.01.2021 को चनपटिया प्रखंड में मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना की सभी पूर्ण योजनाओं की गहन जांच जिलास्तर पर गठित जांच दल द्वारा कराया गया है। जांच दल में वरीय पदाधिकारियों सहित तकनीकी पदाधिकारियों को लगाया गया ताकि पूर्ण योजनाओं की जांच गहनता से की जा सके।
चनपटिया प्रखंड अंतर्गत जिन पंचायतों में पेयजल निश्चय योजना अंतर्गत सभी पूर्ण योजनाओं की स्थलीय जांच की गयी है, उनमें मुशहरी सेनुवरिया, भैसही पोखरिया, चुहड़ी, चरगाहां, खर्ग पोखरिया, बनकट पुरैना, महनाकुली, लखौरा, जैतिया, तुनिया विशुनपुर, बकुलहर, उतरी घोघा, लोहिअरिया, कुड़वा मठिया, सिरिसिया, पूर्वी तुरहापट्टी, पश्चिमी तुरहापट्टी, गुरवलिया, लालगढ़ आदि पंचायतों के नाम शामिल हैं।
जांच दल द्वारा मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना के तहत योजना की गुणवत्ता, योजना का प्राक्कलन, योजना से संबंधित मापीपुस्त, अभिश्रव की स्थिति, योजना का साईन बोर्ड, अभिलेख, बोरिंग की गहराई, स्टेजिंग की उंचाई एवं गुणवता, एमडीईपी पाईप की गहराई एवं गुणवता, एचडीईपी पाईप की गहराई एवं गुणवता, नल की गुणवता, नलपोस्ट, फेरल, गेटवाल, बिजली कनेक्शन आदि की सूक्ष्मता से जांच की गयी।
जिलास्तरीय जांच में जिन वरीय पदाधिकारियों को लगाया गया उनमें संजय कुमार, रवि प्रकाश, अनिल कुमार, कुमारी पूर्णिमा, बालेश्वर प्रसाद जिला प्रबंधक एसएफसी, उपेन्द्र सिंह जिला कल्याण पदाधिकारी, अजय कुमार, राजीव कुमार, राजेश कुमार सिंह जिला परिवहन पदाधिकारी, अनिल राय जिला आपूर्ति पदाधिकारी, राजेश कुमारडीआरडीए डायरेक्टर मो0 इमरान, शसुजीत कुमार वर्णवाल आदि के नाम शामिल है।
जिलाधिकारी द्वारा जांच दल को निदेश दिया गया कि जांच के दौरान योजना के फंक्शनलिटी टेस्ट की जांच करनी है। निर्धारित स्थल पर योजना भौतिक रूप से संचालित है अथवा नहीं, योजना का लाभ संबद्ध लाभुकों को वास्तविक रूप से प्राप्त हो रहा है अथवा नहीं, योजना में गुणवतापूर्ण सामग्री का उपयोग किया गया है अथवा नहीं। यह भी निदेश दिया गया है कि आवश्यकतानुसार योजनाओं में प्रयुक्त सामग्रियों की गुणवता जांच हेतु सैंपल को संबद्ध लैब में भेजने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाय।
जिला पदाधिकारी ने कहा कि मुख्यमंत्री ग्रामीण पेयजल निश्चय योजना, बिहार सरकार की एक महत्वाकांक्षी योजना है। विगत दिनों में लगातार सतत प्रयास कर, प्रखंड स्तरीय पदाधिकारियो, जन प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित कर चरणबद्ध तरीके से इसका क्रियान्वय कराया गया है। अब बारी हैं सम्पन्न योजनाओं के फंक्शनलिटी टेस्ट की। उन्होंने कहा कि एक-एक प्रखंड के एक-एक योजना की भौतिक जांच, दल गठित कर कराई जाएगी।
जांच में पाई गई त्रुटियों के निराकरण का एक अवसर भी दिया जाएगा। उसके बावजूद भी सुधार नहीं होने पर विधि सम्मत कार्रवाई की जाएगी। गंभीर अनियमितता, वित्तीय दुर्विनियोग, निष्फल व्यय की दशा में सभी के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके पूर्व नौतन और नरकटियागंज प्रखंड के सभी योजनाओं की जांच कराई गई थी, तथा प्राप्त प्रतिवेदन के आलोक में समुचित कार्रवाई की जा रही है। त्रुटि सहित वार्डों के जनप्रतिनिधियों को सुधार का अंतिम मौका दिया गया है।