जी.एम.सी.एच. के अंदर मिडीया कर्मियों के प्रवेश पर रोक प्रेस कि आजादी पर हमला: विधायक

जी.एम.सी.एच. के अंदर मिडीया कर्मियों के प्रवेश पर रोक प्रेस कि आजादी पर हमला: विधायक

Bihar West Champaran

स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्दशा के जिम्मेदार। नकारा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त करने की मांग

बेतिया न्यूज़ ब्यूरो वकीलुर रहमान खान
भाकपा-माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य सह सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर  पूरे बिहार में कोरोना का संक्रमण बहुत तेजी से फैलने पर गहरी चिंता व्यक्त की है, इस कठिन दौर में  स्वास्थ्य सुविधा जनता तक पहुंच रहा है कि नहीं? , स्वास्थ्य विभाग ठीक से काम कर रहा है कि नहीं? जनता और सरकार तक पहुचाने वाले हमारे मिडिया बंधुओं को अधिक्षक जी.एम.सी.एच. बेतिया द्वारा  जी.एम.सी.एच. के अंदर प्रवेश पर रोक लगा दिया है, जो प्रेस कि आजादी पर हमला हैं,

इस सेंसरशिप को तुरंत हटाने की मांग किया है, कोरोना महामारी का दस्तक एक साल से अधिक हो रहा है, एक साल होने जा रहा है जी.एम.सी.एच में 15 भेन्डिलेटर मशीन की खरीद तो हो गई है, मगर अभी तक टेक्निशियन की बहाली नहीं हो सकीं है, 15 भेन्डिलेटर मशीन अस्पताल के गोदाम में शोभा बढ़ा रहा है, आईसीयू बेड की संख्या में भारी बढ़ोत्तरी की जरूरत एक साल पहले से किया जा रहा है जो आज तक नहीं बढ़ा हैं, कोविद की टीका सुरू ही हुआ था कि चनपटिया, नरकटियागंज बेतिया आदि सभी प्रखण्ड, अनुमंडल जिला अस्पताल में खत्म कि खबर आ रही है, अस्पताल के बाहर लंबी कतार में जनता खडी़ है लंबे इंतजार के बाद घर लौट रहे हैं, वही दुसरी तरफ कोविद संक्रमित कि संख्या लगतार बढ़ोतरी हो रही है,

इसके लिए माले विधायक ने भाजपा – जदयू को पूरी तरह जिम्मेवार ठहराया है, जो स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को ठीक करने की बजाय मुख्यमंत्री और स्वास्थ्य मंत्री कोरा झूठा बयानबाजी करने में व्यस्त है, बिहार में विगत 16 वर्षों से भाजपा के हाथ में ही स्वास्थ्य विभाग है। बावजूद इसके बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था की दुर्दशा सबों के सामने है। नकारा स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय को बर्खास्त किए बगैर स्वास्थ्य व्यवस्था में कुछ भी सुधार की उम्मीद पालना बेमानी है। इन तमाम कमजोरियों से पर्दा उठने की डर से मिडिया कर्मियों को अंदर प्रवेश पर रोक लगाई गई है, जो सिर्फ प्रेस कि आजादी का मामला नहीं है, सुचना के अधिकार का भी उलंघन है, जनता के, प्रेस के संविधानिक अधिकार पर हमला है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता हैं।

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