प्रतिदिन 40 से 50 आक्सीजन सिलिंडर का होगा उत्पादन।
15 दिनों के अंदर पूर्णतः फंक्शनल करें आक्सीजन जेनरेशन प्लांट- जिलाधिकारी।
बेतिया। कोरोना संक्रमण के मामलों में लगातार अप्रत्याशित वृद्धि हो रही है। प्रतिदिन सैकड़ों की संख्या में कोरोना संक्रमण के मामले आ रहे हैं। बढ़ते संक्रमण की पृष्ठभूमि में सरकार के द्वारा पश्चिम चम्पारण जिले के नरकटियागंज प्रखंड अंतर्गत मेडिकल आक्सीजन जेनरेशन प्लांट अधिष्ठापित करने का निर्णय लिया गया है। मेडिकल आक्सीजन प्लांट का निर्माण डिफेंस रिसर्च एण्ड डेवेलोपमेंट आर्गनाईजेशन (डी.आर.डी.ओ) /एच.एल.एल. इन्फ्रा टेक सविर्सेस लि. के द्वारा कराया जाएगा।
पश्चिम चम्पारण जिले में अवस्थित जीएमसीएच, बेतिया को डेडिकेटेड कोविड अस्पताल के रूप में घोषित किया गया है एवं यहां पूर्वी चम्पारण एवं पश्चिम चम्पारण दोनों जिलों के कोरोना संक्रमित व्यक्तियों का उपचार हो रहा है। कोरोना संक्रमण में अप्रत्याशित वृद्धि एवं दो बड़े जिलों से टैग होने के कारण जीएमसीएच में आक्सीजन की काफी आवश्यकता हो रही है। साथ ही अनुमंडलों के तीन 300 बेड के डीसीएचसी एवं निजी हाॅस्पीटल में भी कोरोना संक्रमित भर्ती कराए जा रहे है एवं आक्सीजन की आवश्यकता हो रही है। अभी इस जिले में 800 से 900 आक्सीजन सिलेंडर की आवश्यकता हो रही है। जिला प्रशासन लगातार ऑक्सीजन की उपलब्धता हेतु दिन-रात हरसंभव प्रयास कर रही है। इसी कड़ी में नरकटियागंज में ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट का अधिष्ठापन कराया जा रहा है ताकि कोविड मरीजों को परेशानियों का सामना नहीं करना पड़े।
इसी परिप्रेक्ष्य में आज जिलाधिकारी ने एन.एच.ए.आई. के डिप्टी मैनेजर श्री बैद्यनाथ सिंह एवं प्रोजेक्ट इंचार्ज, श्री वरूण कुमार के साथ इस संदर्भ में बैठक कर जानकारी प्राप्त की। इनके द्वारा बताया गया कि यह प्लांट एडिशनल प्रेसर स्वींग एडजार्पशन तकनीक पर आधारित होगी, जिससे प्रतिदिन 40 से 50 सिलिंडर का उत्पादन होगा। यह Atmospheric एयर से ऑक्सीजन का निर्माण करेगी। मिट्टी भराई का काम दो से तीन दिनों में हो जाएगा, उसके बाद फाउंडेशन का काम होगा। फैब्रिकेशन काम के बाद, प्लांट का अधिष्ठापन तथा उसके बाद इलेक्ट्रीशिटी वर्क किया जाएगा। ये सारे काम होकर अधिकतम 15 दिनों में आक्सीजन जेनरेशन का काम प्रारम्भ हो जाएगा।
जिलाधिकारी ने निदेश दिया कि युद्ध स्तर पर ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट का अधिष्ठापन कराया जाय। किसी भी तरह की परेशानी आने पर तुरंत वरीय अधिकारियों से संपर्क करें, समस्याओं का समाधान त्वरित गति से किया जायेगा। उन्होंने निदेश दिया कि आक्सीजन जेनरेशन प्लांट में आपातकालीन स्थिति के लिए यू.पी.एस. अवश्य रखें, ताकि निर्बाध उत्पादन किया जा सके।
जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में पर्याप्त ऑक्सीजन की उपलब्धता बनाये रखने के लिए लगातार प्रयास किया जा रहा है। नरकटियागंज में आक्सीजन जेनरेशन प्लांट शुरू हो जाने से अन्य जिले पर डिपेंडेंसी कम होगी। नरकटियांज अंतर्गत 150 बेड का डीसीएचसी. संचालित है। जहां प्रतिदिन आक्सीजन सिलिंडर की आवश्यकता होती है। नरकटियागंज में आक्सीजन प्लांट अधिष्ठापित होने से ना केवल नरकटियागंज क्षेत्र को सहुलियत होगी, बल्कि आस पास के अन्य प्रखंडों में भी आक्सीजन आपूर्ति की निरंतरता बनी रहेगी। वर्तमान में जीएमसीएच, बेतिया में एक आक्सीजन जेनरेशन प्लांट प्रारम्भ कराया गया है, जहां 30-40 ऑक्सीजन सिलेंडर प्रतिदिन उत्पादित हो रहा है।
समीक्षा बैठक में वरीय उप समाहर्ता, श्री रवि प्रकाश, श्रीमती पूर्णिमा कुमारी आदि उपस्थित रहे।