लौरिया: संवाददाता उमेश ठाकुर, कोरोना महामारी में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र गोबरौरा एवं अतिरिक्त प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बगही देवराज के बंद होने से ग्रामीणों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।
जानकारी के अनुसार प्रखंड के दोनों एडिसनल अस्पताल में एक ही डाक्टर प्रतिनियुक्त है तथा एएनएम सहित अन्य स्वासथ कर्मी भी कार्य रत है परंतु दोनों अस्पताल में लगभग चिकित्सा पदाधिकारी एवं अन्य कर्मचारी यहां नहीं के बराबर आते हैं ।ग्रामीण जवाहिर यादव, उमेश यादव, राजेश त्रिलोचन गोलु इफ्तेखार अंसारुल तथा अन्य ग्रामीणों का कहना है कि स्वास्थ्य केन्द्र पर डाक्टर कभी कभार ही आते हैं जिससे ग्रामीणों को परेशानियां होती है ।
वहीं कोरोना महामारी में कोवीड जांच टीकाकरण तथा दवा वितरण होने से आस पास के लोगों को सहुलियत होती ।
वहीं कुछ ग्रामीणों ने बताया कि चिकित्सक यहां साल में कुछ दिन ही आते हैं ।
इस संबंध में प्रतिनियुक्त चिकित्सक डा शमीम के दुरभाष पर संपर्क करने पर बताये की उनकी ड्यूटी कोवीड सेंटर नरकटियागंज लगा है ।
वही इस संबंध में प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी डा अब्दुल गनी के दुरभाष पर संपर्क करने पर बताये की कोवीड को लेकर दोनों एडिसनल अस्पताल गोबरौरा एवं बगही देवराज बंद किए गए हैं वहां अब केवल टीकाकरण का ही काम होगा। वहां के चिकित्सक की ड्युटी नरकटियागंज लगी है।
वहीं पड़ताल में यह बात भी सामने आई की दोनों केन्द्र पर कर्मीयों का मनमाना तरीका है चिकित्सक आते नहीं तो अन्य स्टाफ भी गैरहाजिर रहते हैं।
इस आकस्मिक महामारी में दोनों एडिसनल अस्पताल का बंद होना लोगों की परेशानी बढ़ाना है।
वहीं इस संबंध में मो सब्बीर अहमद उफ़ मुन्ना भाई गोलु फखरे आलम साजीद हुसैन आदि ने यहां बंद केन्द्र को महामारी के समय चौबीस घंटे खुले रखने की मांग की है। जिससे ग्रामीण समस्याओं से निजात मिल सके।
