सिकटा,सतभावका, ओडिया आदि नदीयों के टूटे तटबंधों को तत्काल मरम्मत कराये सरकार- भाकपा माले
सिकरहना नदी द्वारा सुन्दरगांवा, मगलहिया, कदमों, बिरईठ, सोनवर्षा आदि गावों का हो रहा कटाव से बचाने हेतु कटाव रोधी ठोकर बनाने की विधायक ने किया मांग
बेतिया /सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट
सिकटा विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने सिकटा, सुन्दरगावा, मगलहिया, सोनवर्षा आदि गांवों का दौर के दरम्यान कहा कि लोग पहले से ही कोरोना की मार और महंगाई से परेशान थे, इसी बीच बाढ़ का पानी ने लोगों की जिंदगी में दोहरा दुःख दिया है।
सिकटा, सतभावका, ओडिया नदी के तटबंध टूटने के कारण और सिकरहना नदी के कटाव ने सुन्दर गांवा, मगलहिया, बिरईठ, कदमवा, सोनवर्षा आदि दर्जनों गांवों के हजारों परिवारों को संकट मे डाल दिया है, बाढ़ से तबाह लोगों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए जगह -जगह टूटे तटबंधों को तत्काल मरम्मत करने की मांग किया !
विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि मैंने पिछले विधानसभा सत्र में ही तत्काल जल- संसाधन विभाग से सुर्यपुर- मंगलपुर बांध निर्माण की मांग किया था, मगर बिहार सरकार द्वारा उक्त बांध का निर्माण मनरेगा से करने की बात कहकर टाल दिया गया, नतीजतन एक बारिश में ही बना मनरेगा से नवनिर्मित तटबंध टूट गया, पानी में बह गया, मनरेगा का करोड़ रुपया को बर्बाद कर दिया गया है,
तो दूसरी तरफ किसानों का हजारों – हजार एकड़ भूमि पर खेती करना मुसकिल हो गया है, धान का बीजडा़ और गन्ने की फसल को व्यापक नुकसान हुआ है जिसकी वजह से लोगों को लम्बे समय तक आर्थिक-सामाजिक संकट से जूझना पड़ेगा।
माले विधायक ने कहा की सिकरहना नदी द्वारा वर्षों से सुन्दरगांवा, मगलहिया, कदमों, बिरईठ, सोनवर्षा आदि गावों के सामने कटाव जारी है, सैकड़ों घर नदी में विलीन हो गया, बार – बार विभाग से पत्राचार करने के बाद भी टूटे हुए तटबंध का निर्माण नहीं हो रहा है, और इतना ही नहीं नदी के तेज़ बहाव के कारण हो रहे कटाव को रोकने के लिए कटाव रोधी ठोकर का निर्माण तक नहीं हो रहा है, लगता है सरकार और जल- संसाधन विभाग तथा आपदा प्रबंधन विभाग सबके सब कुंभकर्णी निद्रा में सोया हुआ है!
विधायक वीरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने कहा कि पटना दिल्ली के कुर्सी पर बैठे लोग यह भूल जा रहे हैं कि लोकतंत्र में जनता ही मालिक होती है,