बेतिया /सिकटा संवाददाता अमर कुमार की रिपोर्ट,
सिकटा नेपाल के जलाधिग्रहन क्षेत्र में हो रही मूसलाधार बारिश से आई बाढ़ के कारण प्रखंड क्षेत्र के 16 पंचायतों में लगे 209.5 हेक्टेयर में लगे धान के बिचड़े गल कर नष्ट हो गए है।जिससे किसानों को क्षति पहुंची है।वे अपनी बेबसी पर खामोश हो गए है।
कुदरती कहर से भला कौन सुरक्षा कर सकता है।ऐसे में जीतोड़ मेहनत कर धान के फसल के लिए लगाए गए बिचड़े पानी मे जल कर नष्ट हो गए है।बाढ़ के पानी से सबसे अधिक क्षति सुगहा भवानीपुर पंचायत में हुआ है।मिली जानकारी के अनुसार प्रखंड में कुल 515.6 हेक्टेयर भूमि में किसानों ने धान के बिचड़े लगाए थे।इसमे 209.5 हेक्टेयर में लगे बिचड़े नष्ट हुए है।एक नजर पंचायत में लगे धान के बिचड़े पर। धनकुटवा पंचायत में 37 हेक्टेयर भूमि में बिचड़े लगे लेकिन यहाँ बिचड़े को कोई नुकसान नही हुआ है।
झखरा बैसख्वा पंचायत में 16.7 हेक्टेयर में में लगाया गया जिसमें 4 हेक्टेयर में लगे बिचड़े नष्ट हुए है।बेहरा में लगे 18.1 हे0 में नष्ट 4 हे0,बलथर में लगे 24.7 नष्ट 7,कठिया मठिया में लगे 40 हे0 नष्ट 24.हे0,मसवास में लगे 46 हे0 नष्ट हुए 30 हे0,शिकारपुर में लगे 35 हेक्टेयर नष्ट हुए 17.5हे0,सिकटा में लगे 26 हे0 नष्ट 6.5,सिरिसिया में लगे 25हे0 नष्ट 10 हे0,पुरैना में लगे 23.4नष्ट हुए 5 ,सुगहा भवानीपुर में लगाये गए 50हे0 नष्ट हुए 37.5 हे0,
सूर्यपुर में 29 हे0 नष्ट हुए 17हे0,जगरनाथपुर में 32.7 हे0 में लगे जिसमे 21 हे0 नष्ट हुए, गौचरी में 33 हे0,नष्ट 10,पुरैना में लगे 36 हे0 नष्ट 3 और सरगटिया पंचायत में 43 हे0 भूमि पर लगे धान के बिचड़े में 13 हे0 भूमि पर लगे धान के बिचड़े नष्ट हो गए है।इससे किसान काफी चिंतित है।जानकारी देते हुए प्रखंड कृषि पदाधिकारी धीरेंद्र कुमार सिंह ने बताया कि मानसून की बारिश और बाढ़ से धान के बिचड़े गल कर नष्ट हुए है।स्थिति पर नजर रखी जा रही है।