नवीन सिंह कुशवाहा, घोड़ासहन के स्थानीय पत्रकारो ने मनीष कुमार सिंह को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए, इस हत्या के खिलाफ अपनी आवाज मजबूत करते हुए अपना विरोध जताया प्रशासन से जनता की आवाज की सुरक्षा की अपनी मांग रखी एवं जिला पदाधिकारी को खत लिखकर निम्नलिखित मांग की
- स्पीडी ट्रायल चलाकर हत्यारो को सज़ा जल्द से जल्द दिलाई जाए।
- पीड़ित परिवार को 25 लाख की मुवावजा दी जाए।
- पीड़ित परिवार के किसी एक सदस्य को सरकारी नौकरी दी जाए।
- पत्रकारो पर गलत मुकदमा न हो।
- पत्रकारो की सुरक्षा सुनिश्चित की जाए।
सभी पत्रकार इस घटना को लेकर दुखी दिखे,सब मनीष कुमार सिंह के परिवार के साथ खड़े रहने की बात कही।
यह मामला पिछले कुछ दिनों से इस प्रकार से तूल पकरी जब मोतिहारी जिले के हरसिद्धि थाना क्षेत्र स्थित मठ लोहियार चौक से विगत शनिवार से लापता पत्रकार मनीष कुमार का मंगलवार को शव बरामद हुआ. मठलोहियार गद्दी टोला के समीप पानी भरे चंवर से पत्रकार का शव बरामद किया गया है.
मृतक पत्रकार मनीष कुमार एक निजी चैनल के अनुमंडलीय संवाददाता थे और पहाड़पुर थाना क्षेत्र के बथुआहा गांव के रहने वाले थे. उनके पिता संजय सिंह स्थानीय अखबार निकालते हैं. पुलिस घटना की जांच में जुटी हुई है. साथ ही दो स्थानीय पत्रकारों को इस हत्याकांड में दो दिन पूर्व ही पुलिस ने कस्टडी में लिया था, जिन्हें जेल भेज दिया गया है.
डीएसपी संतोष कुमार ने बताया कि ग्रामीण अपने धान की खेत में खाद छिड़क रहे थे. उसी दौरान खेत में मृतक का जूता और मोजा मिला. ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस स्थल पर पहुंची और शव की खोज शुरू हुई. स्थानीय ग्रामीणों के सहयोग से शव को पानी से बाहर निकाला गया है.
पत्रकार मनीष के लापता होने के बाद उनके पिता संजय सिंह ने स्थानीय थाना में प्राथमिकी दर्ज कर दो स्थानीय पत्रकार अमरेंद्र कुमार और असजद आलम समेत 13 लोगों को नामजद किया था. बाद में वीडियो फुटेज खंगालने पर दोनों नामजद पत्रकार मनीष के साथ दिखे थे. जबकि मनीष का बैग अमरेंद्र के घर से बरामद हुआ था. पुलिस के अनुसार जिस दिन मनीष कुमार लापता हुए थे. उसी दिन उनकी गला रेतकर हत्या कर दी गई थी.