पूर्वी चम्पारण/ बनकटवा:
आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन व शिक्षा विभाग की लापरवाही व मनमानी के कारण विद्यालय परिसर रणक्षेत्र में तब्दील हो गया. पूरा मामला प्रखंड क्षेत्र के बीजबनी उतरी पंचायत अंतर्गत उत्क्रमित मध्य विद्यालय बरैया टोला का है.जहाँ चोरी चुपके से कराए जा रहे शिक्षा समिति के चुनाव के दौरान हीं दो पक्षों के बीच जमकर खूनी झड़प मारपीट व हंगामा हुआ।
आदर्श आचार संहिता लग जाने के कारण एक ओर जहाँ सभी प्रकार की अन्य चुनावी गतिविधियों को तत्काल प्रभाव से रोक दिया गया है, तो वहीं बनकटवा में चोरी-चुपके शिक्षा समिति की बैठक करा चयन कराना कई सवालों के घेरे में है. मारपीट की घटना का वीडियो वायरल होने के बाद सुर्खियों में आया. आश्चर्यजनक तो यह है,कि चुनाव की सूचना स्थानीय प्रशासन व ग्रामीणों को भी नहीं थी. प्रखण्ड शिक्षा पदाधिकारी पर ग्रामीणों नें आरोप लगाते बताया कि सीआरसीसी के जरिए अपने करीबी को गुपचुप तरीके से शिक्षा समिति के सचिव पद पर चयन कराना चाहते थे.
मगर इसकी भनक ग्रामीणों को लग गयी। देखते ही देखते विद्यालय प्रांगण ग्रामीणों से भीड़ उमड़ गयी. विद्यालय में सचिव पद के चयन में धाँधली की आशंका को देखते हुए बिजबनी गाँव के ही दो पक्षों के ग्रामीण आमने सामने हो अपने-अपने पक्ष के लोगों सचिव पद पर चयन चाहते थे. इसी बीच कहा सूनी के बाद जमकर हुई इस मारपीट में कई लोग आंशिक घायल हो गये. जबकि घटना के वक्त कई स्थानीय ग्रामीण मूकदर्शक बने रहे, सवाल यह उठता है..?
अचार संहिता में सचिव पद का चयन का आखिर किस आधार पर किया जा रहा था, अगर किया जा रहा है था तो स्थानीय प्रशासन को पहले सूचना क्यो नही दी गयी, मामले को लेकर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी बृजकिशोर सिंह ने बताया की आदर्श आचार संहिता लगने के पूर्व ही जिले से जो पत्र प्रखण्ड शिक्षा कार्यालय को भेजा गया था उसी के आधार पर चयन प्रक्रिया जारी थी.
अब हंगामे के बाद सभी चयन प्रक्रिया को अगले आदेश तक रद्द कर दिया गया है. जबकि जितना थानाअध्यक्ष अनिल कुमार ने बताया कि सचिव चयन की सूचना नही दी गयी थी. ना ही अभी किसी पक्ष के ओर से अभी तक थाने में शिकायत दर्ज करायीं गयी है। वहीं इस संबंध जिला शिक्षा पदाधिकारी से दूरभाष पर कई बार संपर्क करने की कोशिश की गई लेकिन संपर्क नही हो पाया।