भारत नेपाल मैत्री  जिंदाबाद,  चीनीवादी मानसिकता के प्रधानमंत्री ओली की कुर्सी जाना

भारत नेपाल मैत्री जिंदाबाद, चीनीवादी मानसिकता के प्रधानमंत्री ओली की कुर्सी जाना

Desh-Videsh National News
भारत नेपाल मैत्री  जिंदाबाद,  चीनीवादी मानसिकता के प्रधानमंत्री ओली की कुर्सी जाना

भारत नेपाल संबंध ✍ चीनवादी मानसिकता से नेपाल की सत्ता चलाने वाले पीएम ओली साहब अपने जाल में फंसे सत्ता  जाना तय।भारत को विरोधी कहने के बात को नेपाल की महान जनता ने नकारा। बोली नेपाल की महान  जनता भारत मेरा सच्चा पड़ोसी मित्र। करोना काल में भारत डीजल, पेट्रोल, खाद्यान्न, दवा, बिजली, व जो हमारे नेपाली भाई भारत में काम कर रहे हैं उन्हें रोजगार भी दे रहा। फिर भारत मेरा विरोधी कैसा। एक बात यह समझने की है कि नेपाल में जब संसदीय चुनाव का मौसम आता है तो नेपाल के सत्ता पर काबिज चीनबादी मानसिकता के दल भारत के खिलाफ चीन के उकसावे पर अनाप-शनाप बयानबाजी करते हैं।

उनके बयान से नेपाली जनता को कुछ लेना देना नहीं रहता।  उनकी मानसिकता रहती है कि हमारी बयानबाजी के बाद यदि भारत की ओर से हल्का  विरोध हुआ और सीमा सील हुई तो रणनीति कामयाब।  यानी सीमा पर से भारत पैट्रोल,डीजल अन्य सामान की आवाजाही  रोक देता है तो फिर चीनी वादी मानसिकता वाले दल के लोग उसे चुनावी एजेंडा बनाते हैं। वहां की जनता को कहते हैं कि तुम लोग तो भारत को सच्चा मित्र मानते हो लेकिन देखो भारत कैसा दुख दे रहा है । सेंटीमेंट को भंजाकरकर वह फिर दोबारा सत्ता पर आ जाते हैं । पत्रकारों के संगठन मीडिया फॉर बार्डर हारमोनी वरीय पत्रकार अमरेंद्र तिवारी के साथ काम कर रहा है।

मैंने भारत नेपाल मैत्री पर काम करने के कारण  महसूस किया कि पिछले दिनों नेपाल में लोकतंत्र बहाली के लिए नेपाल के लोकतांत्रिक व्यवस्था में विश्वास करने वालों ने भारत-नेपाल की सीमा को सील कर दिया। उससे पेट्रोल, डीजल, आवश्यक सामानों की   कमी हुई और फिर उसको चुनावी एजेंडा बनाया गया और अभी नेपाल में क्या राजनीतिक हालत है वह दोनों देश की जनता देख रही है।  नेपाल के सत्ताधारी दल के शीर्ष नेता ओली साहब  भारत के खिलाफ कुछ भी जहर उगले । लेकिन हमें यानी भारत को नेपाल के करीब तीन करोड़ भाइयों का पूरा ख्याल रखना है। उनके सुख-दुख का ख्याल रखना है।

यही  कारण है कि  लगातार वहां पहले की तरह भारत सरकार की ओर से सारी आवश्यक सामग्री पहुंच रही है।  नेपाल में कहीं-कहीं लॉक डाउन होने के कारण नेपाल की अपनी व्यवस्था है वह अपने समस्त जिलों में खाद्य व अन्य जरूरी सामान पहुंचा पाने में अक्षम हो। लेकिन भारत लगातार नेपाली नागरिकों का ख्याल कर रही है । इसमें सीमा पर तैनात एसएसबी के जवान, सीमा से सटे भारत के मुख्य पांच प्रदेश बिहार, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, पश्चिम बंगाल, सिक्किम पुलिस के जवान, अधिकारी, इलाके के सभी माननीय सांसद, विधायक, विधान पार्षद, पंचायतों के प्रतिनिधि, विभिन्न राजनीतिक पार्टियों के नेता,, कार्यकर्ता व सामाजिक संगठनों के प्रतिनिधि सभी बधाई के पात्र हैं।

खासकर मैं अपनी ओर से इस अभियान की कामयाबी के लिए मीडिया फॉर बॉर्डर हारमोनी के संरक्षक मुजफ्फरपुर के आदरणीय सांसद अजय निषाद जी, नेपाल बीरगंज के सांसद आदरणीय प्रदीप यादव जी व एक संगठन से जुड़े तमाम भारत व  नेपाल के पत्रकारों को बधाई देता हूं । जो भारत नेपाल मैत्री के लिए चलाए गए हमारे इस पहल में दिन-रात मदद कर रहे हैं। पूरी तन्मयता से लगे हुए हैं ।

आप सभी भारत और नेपाल के नागरिकों से हम अपील करेंगे कि आप किसी भी बयानबाजी पर ध्यान ना दें । भारत नेपाल मैत्री सदियों पुराना है, आगे भी रहेगा। चीन की कोई चाल कामयाब नहीं होगी। हमारी पहल ::- कोरोना काल में सोशल मीडिया के माध्यम निरंतर भारत नेपाल मैत्री संबाद, @ भारत नेपाल मैत्री की जवाबदेही लेने वाले अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों से नियमित संवाद@ जनता को कोई समस्या ना हो इसके लिए संगठन की ओर से शासन-प्रशासन वह सत्ता के लोगों से नियमित संवाद व समस्या सामने आने पर उसका सही निदान की पहल जारी है। हमारी अपील ? आप सभी शुभचिंतकों का स्नेह प्यार मिलता रहे। भारत नेपाल मैत्री जिंदाबाद।  ✍आपका भाई भारत नेपाल मैत्री दूत से  सम्मानित पत्रकार अमरेंद्र तिवारी,, मुजफ्फरपुर। 9431270044?

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