कृषि के क्षेत्र में इको सिस्टम डेवलप कर किसानों की आर्थिक स्थिति करें सुदृढ़ : जिलाधिकारी

कृषि के क्षेत्र में इको सिस्टम डेवलप कर किसानों की आर्थिक स्थिति करें सुदृढ़ : जिलाधिकारी

Bihar West Champaran
कृषि के क्षेत्र में इको सिस्टम डेवलप कर किसानों की आर्थिक स्थिति करें सुदृढ़ : जिलाधिकारी

समेकित कृषि प्रणाली को बढ़ावा देने हेतु व्यापक प्रचार-प्रसार करने का निदेश।

ब्यूरो रिपोर्ट, वकीलुर रहमान खान, बेतिया: डेयरी, पोल्ट्री, एग्रीकल्चर, हनी, हर्बल प्लांटेशन आदि के क्षेत्रों में जिले को बेहतर बनाने की दिशा में सभी संबंधित अधिकारी समन्वित रूप से कारगर कार्रवाई करना सुनिश्चित करें ताकि जिले के किसानों को ज्यादा से ज्यादा लाभ मुहैया करायी जा सके। उन्होंने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान जिले में वापस लौटे व्यक्तियों को भी इसी जिले में स्वरोजगार मिल सकेगा तथा वे अपना जीविकोपार्जन कर सकेंगे। इस हेतु विस्तृत कार्ययोजना बनायी जाय।

जिलाधिकारी, श्री कुंदन कुमार ने कहा कि जिले में समेकित कृषि प्रणाली को बढ़ावा देने तथा किसानों को प्रोत्साहित करने के लिए जागरूकता अभियान चलाया जाय ताकि अधिक से अधिक किसान इससे जुड़कर अपनी आर्थिक स्थिति सुदृढ़ कर सके। उन्होंने कहा कि खेतों में धान, गेहूं, गन्ना आदि के अलावे अन्य उत्पादन जैसे फिशरिज, मधुमक्खी पालन, लेमन ग्रास, खस आदि की भी पैदावार करने हेतु कार्ययोजना तैयार की जाय। परंपरागत खेती प्रणाली के अलावे समेकित कृषि प्रणाली से किसानों की आमदनी बढ़ेगी तथा जिले का विकास भी होगा। जिलाधिकारी समाहरणालय सभाकक्ष में आयोजित समीक्षात्मक बैठक में अधिकारियों को संबोधित कर रहे थे।

जिलाधिकारी ने कहा कि सभी संबंधित अधिकारी एक इको सिस्टम डेवलप करें ताकि आने वाली पीढ़ी को एक बेहतर भविष्य प्रदान किया जा सके। इस हेतु सभी अधिकारियों को पूरी ईमानदारी एवं तत्परतापूर्वक अपने कर्तव्यों का निवर्हन करना होगा। तभी जाकर हम इस प्रयास में सफल हो सकेंगे तथा आनी वाली पीढ़ी को एक बेहतर भविष्य प्रदान कर सकेंगे।

उन्होंने जिला कृषि पदाधिकारी को निदेश दिया कि जिले में उर्वर, अउर्वर भूमि से संबंधित अद्यतन रिपोर्ट उपलब्ध कराना सुनिश्चित करेंगे। उन्होंने कहा कि जिले की अउर्वर/बंजर भूमि को कैसे उर्वर बनाया जा सकता है, इसका भी कार्ययोजना तैयार करें। उन्होंने कहा कि एक माॅडल के रूप में जिले में धान की खेती के साथ फिशरिज को विकसित किया जाय। साथ ही एरोमेटिक एवं हर्बल प्लांटेशन को भी विकसित किया जाय।

जिलाधिकारी ने कहा कि जिले में कई चावल मिलें संचालित होती है। चावल मिलों से निकलने वाले राइस ब्रान को फेंक दिया जाता है। इस राइस से बड़ी-बड़ी कंपनियां वाॅयल निकाल कर बाजारों में महंगे दामों पर बेचती है। इस जिले में भी राइन ब्रान से तेल निकालने एवं बाजारों में मार्केटिंग की दिशा में भी कार्ययोजना तैयार कर कार्रवाई की जाय ताकि जिला आर्थिक उन्नति कर सके।

उन्होंने कहा कि थरूहट क्षेत्रों सहित अन्य क्षेत्रों में मधुमक्खी पालन कर भी किसानों की आर्थिक स्थिति मजबूत की जा सकती है। मधुमक्खी पालन को मास लेवल पर करने की आवश्यकता है। जिले में 200 पाॅल्ट्री की शुरूआत करने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है। इस हेतु मनरेगा एवं जीविका को जिम्मेदारी दी गयी है कि इस संदर्भ में अग्रतर कार्रवाई की जाय। इसके साथ ही अनुमंडल स्तर पर मनरेगा एवं जीविका के कार्यों से संबंधित एक-एक कलस्टर बनाने का निदेश जिलाधिकारी द्वारा दिया गया है।

जिलाधिकारी ने कहा कि मशरूम की खेती को बढ़ावा दिया जाना भी आवश्यक है। इसके लिए किसानों को जागरूक किया जाय। जिलाधिकारी द्वारा जीविका को जिले में मशरूम विलेजेज बनाने हेतु कार्य करने का निदेश दिया गया है। इसके साथ ही मछली उत्पादन के क्षेत्र में जिले को बेहतर बनाने की दिशा में कार्य करने का निदेश जिला मत्स्य पदाधिकारी को दिया गया है। जिलाधिकारी ने कहा कि मछली पालन हेतु एक प्रोडक्शन चेन बनाया जाय ताकि इस जिले की मछली का स्वाद राज्य एवं देश के अन्य राज्यों के लोग कर सकें। समीक्षा के क्रम में जिला मत्स्य पदाधिकारी द्वारा बताया गया कि जिले के बेतिया एवं बगहा में दो फिशरिज मार्केट बनाया जाना है। इस मार्केंट में मछली मछली उत्पादकों के लिए सभी आधुनिक सुविधाएं सरकार द्वारा मुहैया करायी जायेगी।

समीक्षा के क्रम में बताया गया कि एग्री अस्मिता नाम से एक एप विकसित किया जा रहा है। इस एप के माध्यम से जिले में कृषि से जुड़े हुए तमाम प्रगतिशील एवं जागरूक कृषकों को एक मंच पर लाकर जिले में धान, गेहूं, गन्ना के अलावे अन्य उत्पाद जैसे फिशरिज, मधुमक्खी पालन, मशरूम, लेमन ग्रास, खस आदि का उत्पादन को बढ़ावा देने की दिशा में कार्रवाई की जायेगी।

इस बैठक में सहायक समाहर्ता, श्री कुमार अनुराग, उप विकास आयुक्त, श्री रवीन्द्र नाथ प्रसाद सिंह, जिला मत्स्य पदाधिकारी, श्री मनीष कुमार श्रीवास्तव, जिला कृषि पदाधिकारी, श्री विजय प्रकाश, जिला पशुपालन पदाधिकारी, डीडीएम, नाबार्ड, सहायक निदेशक, उद्योग/पौधा संरक्षण सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *