बलियूड/ फिल्मी दुनिया: अभिलिप्सा उड़ीसा की रहने वाली हैं. उनके पिता रिटायर्ड फौजी हैं और मां टीचर हैं. सिंगिंग करियर में आगे बढ़ने के लिए अभिलिप्सा को हमेशा उनके पेरेंट्स का सपोर्ट मिला है. अभिलिप्सा को कला विरासत में मिली है. उनके दादा वेस्टर्न उड़ीसा के जाने माने कलाकार रहे. वे आसपास के इलाके में हारमोनियम बजाने के लिए फेमस थे. दादा से ही उन्होंने 4 साल की उम्र में क्लासिकल म्यूजिक सीखना शुरू किया था. अभिलिप्सा की मां क्लासिकल डांसर हैं. पिता भी कला के क्षेत्र से जुड़े हैं. उनकी एक छोटी बहन भी है. वो भी म्यूजिक फील्ड से जुड़ी हैं।
मल्टीटैलेंटेड हैं अभिलिप्सा।
आपको जानकर खुशी और हैरानी होगी कि 18 साल की अभिलिप्सा मल्टीटैलेंटेड हैं. बेहतरीन सिंगर होने के साथ अभिलिप्सा क्लासिकल ओडिसी डांसर भी हैं. वे मार्शल आर्ट और कराटे की भी एक्सपर्ट हैं. कराटे में अभिलिप्सा को ब्लैक बेल्ट भी मिला है. 2019 में उन्हें नेशनल लेवल कराटे चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल मिला था. अभिलिप्सा के टैलेंट की लिस्ट यही खत्म नहीं होती है. अभिलिप्सा स्टेट लेवल डिबेटर भी हैं. सिंगिंग के साथ अभिलिप्सा पढ़ाई में भी अव्वल हैं. इसी साल उन्होंने 12वीं पास की है।
कैसे मिला ‘हर हर शंभू’ गाना।
अभिलिप्सा ने 2007 में आए रियलिटी शो उड़ीसा सुपर सिंगर में पार्टिसिपेट किया था. साल 2017-18 में अभिलिप्सा ने हिंदुस्तानी क्लासिकल वोकल के लिए गवर्नस ट्रॉफी जीती थी. ‘हर हर शंभू’ को मिली सफलता पर अभिलिप्सा ने एक इंटरव्यू में बताया है कि उनका गाना आज की जनरेशन ही नहीं बल्कि बड़े बुजुर्गों को भी पसंद आ रहा है. हर धर्म के लोगों को ये गीत पसंद आया है. अभिलिप्सा के कराटे टीचर ने उन्हें जीतू शर्मा से मिलवाया था. दोनों की मीटिंग हुई, गाने पर बात हुई और फिर इसकी रिकॉर्डिंग की गई थी।
‘हर हर शंभू’ गाकर विवादों में आईं फरमानी नाज।
कंट्रोवर्सी तो हुई ही, मगर सावन में ‘हर हर शंभू’ गाकर फरमानी छा गईं. उनके इस गाने को 3.6 मिलियन व्यूज मिल चुके हैं और ये गिनती आगे बढ़ती ही जा रही है. लेकिन जरूरी बात ये है कि ‘हर हर शंभू’ गाने की ओरिजनल सिंगर फरमानी नाज नहीं हैं. क्यों चौंक गए ना? ओरिजनल वर्जन 2 महीने पहले रिलीज हो चुका है और धूम भी मचा रहा है. गाने को 72 मिलियन व्यूज मिल चुके हैं. ‘हर हर शंभू’ ऑरिजनल गाने को अभिलिप्सा पांडा और जीतू शर्मा ने गाया है।