बहुजन पराक्रम आयोजित रैली में भीम आर्मी ने किया आंदोलन का ऐलान।

बहुजन पराक्रम आयोजित रैली में भीम आर्मी ने किया आंदोलन का ऐलान।

West Champaran
बहुजन पराक्रम आयोजित रैली में भीम आर्मी ने किया आंदोलन का ऐलान।

बेतिया ब्यूरो, ओकीलुर रहमान खान

बेतिया नगर के बहुजन मैदान महाराजा स्टेडियम बड़ा रमना में बुधवार को अमानवीयता के खिलाफ भीम कोरेगांव में आज निजीकरण EVM और CAA एव NRC के द्वारा केंद्र सरकार द्वारा संविधान पर हमले के खिलाफ लोकतांत्रिक तरीके से जंग का ऐलान किया गया।

जिसमें जिले के विभिन्न गांवों से बड़ी संख्या में दलित मुस्लिम और पिछड़े वर्ग के लोगों ने भाग लिया जो अपने गांव से झंडा बैनर गाजे-बाजे के साथ नारे लगाते हुए जलूस में कार्यकर्ताओ ने अपना कर्तब्य दिखाते हुए प्रदर्शन किया, साथ ही रैली का उद्घाटन भीमा कोरेगांव एव 2 अप्रैल 1918 दलित आंदोलन CAA तथा एनआरसी एवं एनपीआर के विरोध में सहादत दिवस के रूप में याद कर उन लोगों को श्रद्धांजलि एव पुष्प अर्पित महासभा के संस्थापक सद्गुरू दत्ता और सर मोल इमारत सरिया के काजी निसार अहमद कासमी एव संरक्षक ओम प्रकाश प्रसाद द्वारा संयुक्त रूप से किया गया।

रैली को संबोधित करते हुए बहुजन महा सभा के संस्थापक सद्गुरू दत्ता अवसर मूल इमारत सरिया के काजी निसार अहमद कासमी संरक्षक ओम प्रकाश प्रसाद बहुजन महासभा बिहार प्रदेश के संस्थापक और मुख्य वक्ता नाथू रवि इत्यादि ने बाबा साहब भीम राव अंबेडकर के संघर्षमय जीवन को याद करते हुए उनके द्वारा रचित संविधान पर प्रकाश डाला गया।

वक्ताओं ने केंद्र सरकार द्वारा लागु  किये गए CAA _ NRC एवं  NPR जैसे काला कानून को मुसलमानों से भेदभाव और दलितों पिछड़ों आदिवासियों गरीबों को दूसरे दर्जे का नागरिक बनाता है। इसी तरह का काला कानून पूर्व में लागु कर कई देशो को गुलाम बनया गया था जिसके विरोध में शूद्रों को मजबूरी में हथियार उठाना पड़ा था।

वही मरते सरिया के काजी निसार अहमद कासमी ने कहा इस्लाम प्रेम भाईचारा और बराबरी का पैगाम देता है इसका प्रत्येक मुसलमान इस को ईमानदारी से मानने वाला है वह देश से भागने वाला नहीं है। केंद्र सरकार दलितों आदिवासियों के तरह मुसलमानों को आजमाने की कोशिश ना करें नागरिक संशोधन कानून में मुसलमानों के साथ भेदभाव करके संविधान के अनुच्छेद 14 में वर्णित समानता के अधिकार का खत्म करने का कोशिश किया गया है, तो दूसरी ओर NRC – CAA एव NPR  जैसे घातक कानून बनाकर दलितों आदिवासियों और पिछड़ों को नागरिकता से बेदखल करने की कोशिश की जा रही है।

जिसे मुसलमान दलित एवं पिछड़ा आदिवासी जाति के लोग कभी भी बर्दाश्त नहीं कर सकते इसके लिए आंदोलन की आग में देश झूलसति रहेगी। रैली में जाकिर बली नबी उल हक, सय्यद मोनाशि, विजय कश्यप, मोहम्मद नजीर, देवी लाल यादव, लल्लन यादव, राकेश यादव, भीम आर्मी के दीपक कुमार राम, संचालक प्रभु भगत, अधिवक्ता अजय कुमार राम, अब्दुल अख्तर इत्यादि सैकड़ो लोग उपस्थित रहे।

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