
बेतिया ब्यूरो, ओकीलुर रहमान खान
बेतिया: अखिल भारतीय किसान महासभा और अखिल भारतीय खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के बैनर से अपने विभिन्न मांगों को लेकर हजारों किसान मजदूर सड़क पर उतरकर विशाल प्रदर्शन किया।किसान महासभा जिला संयोजक सुनील कुमार राव ने कहा कि गन्ना का ₹400 प्रति क्विंटल मूल्य करने, सप्ताह में दो दिन “पुअर डे” की नीति को लागू करने, धान खरीद केंद्र खोलने, ट्राली ट्रैक्टर पर लगाया गया टैक्स वापस लेने महंगाई पर रोक लगाने और विभाजनकारी सीएए और एनआरसी, एनपीआर को वापस लेने की मांग किया।
खेत एव ग्रामीण मजदूर सभा के राज्य अध्यक्ष सह भाकपा माले केन्द्रीय कमिटी सदस्य विरेन्द्र गुप्ता जुलूस का नेतृत्व कर रहे थे, स्टेशन चौक पर सभा को संबोधित करते हुए कहा कि चीनी मिलों में न्यूनतम मजदूरी लागू नहीं है महिलाओं को पुरुषों के बराबर मजदूरी नहीं दे कर भेदभाव किया जा रहा है।
मनरेगा कानून के तहत साल में 200 दिन काम और प्रतिदिन 500 मजदूरी की मांग उन्होंने कहा कि बिहार में न्यूनतम मजदूरी ₹277 है जबकि नरेगा के तहत मात्र ₹177 दिया जा रहा है, जो खुद ही केंद्र सरकार न्यूनतम मजदूरी कानून का उल्लंघन कर रही है जन वितरण प्रणाली मैं पॉस मशीन लगाकर गरीबों को राशन से वंचित किया जा रहा है, जल जीवन जल जीवन हरियाली के नाम पर नीतीश कुमार गरीबों के उजाडों अभियान चला रहे हैं।
दूसरी तरफ मोदी सरकार भारतीय संविधान को खत्म कर आरएसएस के आधार पर चलाने की कोशिश कर रहे हैं, एनआरसी-एनपीआर के जरिये आदिवासीयों, गरीबों मजदूरों को अपने ही देश में विदेशी घुसपैठी बनाने पर तुली हुई है।
जिसके खिलाफ आज पूरे देश गांव बंद भारत बंद के तहत बेतिया में हजारों हजार लोग उतरकर मोदी सरकार को बता दिया है कि देश भारतीय संविधान से चलेगा न की आर एस एस के प्रमुख मोहन भागवत, मोदी,शाह के फरमान से चलेगा, मजदूर मनरेगा मजदूर संघ के जिला नेता गुड्डू मिश्रा, खेत व मजदूर सभा के जिला कमेटी सदस्य रिखी साह, भोज राम, इस्लाम मियां, रामबालक पासवान, खेत व ग्रामीण मजदूर सभा के जिला अध्यक्ष संजय राम आदि लोगों ने सभा को संबोधित किया।