घोड़ासहन: सरकारी नियमानुसार विद्यालय में गार्ड के नियोजन हेतु पहले लोगो से आवेदन लेना था, तत्पश्चात योग्य उमीदवार का नियोजन करना था। नियोजन में यह ध्यान रखा जाना था कि नाईट गार्ड की बहाली स्कूल के किसी भी शिक्षक या कर्मी का संबंधी नही हो। लेकिन स्कूल के प्रधानाध्यापक श्री सुरेश कुमार बिना किसी से आवेदन लिए अपने पद का दुरुपयोग कर के चुप चाप अपने पुत्र प्रवीण कुमार का नियोजन कर लिया।
नियोजन से पूर्व में आवेदन देने के लिए गाँव के कई उमीदवार गए तो प्रधानाध्यापक ने कहा कि आवेदन लेने के लिए एक तिथि निर्धारित किया जाएगा, लेकिन उन्होंने बिना आवेदन मंगाए अपने पद का दुरुपयोग कर अपने ही पुत्र का नियोजन कर लिया।
नाइट गार्ड की इस अवैध नियोजन को रद्द कर पुनः आवेदन लेकर नियोजन करने के लिए ग्रामीणों ने इस से पूर्व में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक लिखित जन आवेदन दिया है। अनुमंडल पदाधिकारी सिकरहना के आदेश पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी घोड़ासहन द्धारा इस नियोजन का जाँच भी कराया गया लेकिन प्रधानाध्यापक द्वरा अपने पैरवी के दम पर प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी से मिलकर मामला को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। प्रदर्शन कर रहे ग्रामीणों का साफ कहना है कि अगर स्कूल और प्रखंड शिक्षा प्रशासन द्वरा इस नियोजन को रद्द नही किया गया तो एक सप्ताह के बाद फिर से बड़ा आंदोलन का कार्यक्रम चलाया जाएगा।।
धरना में मुख्य रूप से राजकिशोर बैठा, विश्वनाथ बैठा, प्रेम बैठा, पप्पू बैठा, अनिल कुमार, दिप्पू कुमार, पवन बैठा, अवध बैठा, धीरेंद्र कुमार, रौशन कुमार, मनदीप कुमार, राजकपूर कुमार, गोरख साह, अमरजीत कुमार, दीपक यादव, संतोष कुमार, अमित यादव, जगरनाथ कुमार, संदीप कुमार, मनदीप कुमार, उदय कुमार, विपिन कुमार, पवन कुमार,मिठ्ठू कुमार, मंदन कुमार आदि उपस्थित थे।
प्रदर्शन में माले नेता सह आइसा के पूर्व जिला सचिव संजीव कुमार भी उपस्थित थे। उन्होंने ग्रामीणों का मांग को जायद बताते हुए कहा कि प्रखंड प्रशासन को इस अवैध नियोजन को अविलंब रद्द कर के योग्य उमीदवार का नियोजन करना चाहिए।